बलिया. अभी आ रही ख़बरों के अनुसार बलिया गोली कांड (Baliya Firing) का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह (Dhirendra Pratap Singh) पुलिस की STF टीम की गिरफ्त में आ गया है। वह बीते तीन दिनों से फरारी काट रहा था। ख़बरों के मुताबिक STF की टीमों ने बलिया कांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क के पास पॉलिटेक्निक चौराहे से उसे आज सुबह दबोचा।
Dhirendra Singh & his accomplices were arrested from Lucknow today. They’re being questioned at an undisclosed location. Arms recovered from the possession of his accomplices. STF is gathering more information on the weapons used at the time of the incident: IG STF Amitabh Yash https://t.co/WaR8i7TKxS
— ANI UP (@ANINewsUP) October 18, 2020
ख़बरों के मुताबिक धीरेंद्र सिंह के आलावा दो अन्य नामजद आरोपी संतोष यादव और अमरजीत यादव भी गिरफ्तार किये गए हैं । इन दोनों पर भी धीरेंद्र के साथ 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह के अलावा अभी तक कुल 10 (5 नामजद,5 अन्य) आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं हैं। यह भी खबर है कि STF की टीम मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह को अब बलिया लेकर जाएगी और उसे स्थानीय पुलिस को हैंडओवर करेगी।
सरेंडर करने को आतुर था धीरेंद्र:
बताया जा रहा है कि बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह सरेंडर करने की फिराक में था। इसके साथ ही वह UP के कई नेताओं और अधिकारियों के लगातार संपर्क में था। वह वकीलों के संपर्क में रहकर सरेंडर भी करने को देख रहा था। इसीलिए दो दिन पहले से ही वह लखनऊ में था और अपने सरेंडर का पूरा प्लान बन चुका था, लेकिन ऐन मौके पर STF ने उसकी योजना पर पानी फेरते हुए उसे धर दबोचा।
इस पर STF के IG अमिताभ यश ने कहा कि, “धीरेंद्र सिंह और उसके साथियों को आज लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है। तीनों से ही एक अज्ञात स्थान पर पूछताछ की जा रही है। धीरेंद्र के साथियों के पास से कुछ हथियार भी बरामद किए हैं। फिलहाल STF घटना के समय इस्तेमाल किए गए हथियारों की खोजबीन कर रही है।”
इसके पहले मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह का एक कथित वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उसने स्वयं को निर्दोष करार देते हुए दावा किया है कि रेवती की घटना में उसके परिवार के एक व्यक्ति की भी मौत हो गई है तथा आधा दर्जन लोग घायल हैं । धीरेंद्र ने शुक्रवार रात जारी वीडियो में स्वयं को पूर्व सैनिक संगठन का अध्यक्ष करार दिया । उसने घटना को पूर्व नियोजित करार देते हुए कहा है कि उसने बैठक के पहले ही बवाल होने की आशंका जताई थी,लेकिन अधिकारियों ने उसकी बात पर कोई ध्यान नहीं दिया ।
उधर बलिया जिले के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने रेवती कांड में आरोपी की तरफ से मुकदमा दर्ज करने के लिए जिला प्रशासन को एक सप्ताह का समय दिया है तथा मुकदमा दर्ज नहीं होने पर समर्थकों के साथ रेवती थाने पर धरना देने की चेतावनी दी है। इस पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने रविवार को भाजपा विधायक की भूमिका पर सवाल उठाते हुए ट्वीट करके मुख्यमंत्री से प्रश्न किया कि ” क्या वह अपराधी के साथ खड़े इस विधायक के पक्ष में हैं। अगर नहीं तो यह अब तक भाजपा में क्यों बना हुआ है।”
बलिया की घटना में बीजेपी सरकार किसके साथ खड़ी है?
खबरों के अनुसार अफसरों के सामने हत्या करने के बाद आरोपी पुलिस की गिरफ्त में था मगर वह फरार हो गया। अभी तक पकड़ा नहीं गया। बीजेपी विधायक खुलकर आरोपी के साथ खड़ा है।
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— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 18, 2020
.. @narendramodi @JPNadda @AmitShah क्या आप अपराधी के साथ खड़े इस विधायक के साथ हैं?
यदि नहीं तो अब तक यह बीजेपी में क्यों बना हुआ है?
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— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 18, 2020
गौरतलब है कि जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर ग्राम में बृहस्पतिवार को सरकारी सस्ते गल्ले के दुकान के चयन के दौरान गोली चलने से एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी तथा कई लोग घायल हो गये थे। इस मामले को लेकर प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई तथा समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने सरकार पर निशाना साधा है।