(Image-Facebook-Nang Mwe San)
(Image-Facebook-Nang Mwe San)

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    नई दिल्ली: दरअसल म्यांमार(Myanmar) में कई चीजें ऐसी ही जिस पर पाबंदियां है। इसके चलते ही वहां की  मशहूर मॉडल (Model) नैंग म्वे सैन को गिरफ्तार कर लिया है और इतना ही नहीं बल्कि अब उसे 6 साल के लिए जेल भेज दिया गया। बीबीसी से मिली जानकारी के मुताबिक सैन्य अधिकारियों ने कहा कि मॉडल और पूर्व डॉक्टर नैंग सैन पर दो हफ्ते पहले “संस्कृति और सम्मान को नुकसान पहुंचाने” का आरोप लगाया गया था। ऐसे में अब उन्हें 6 साल के लिए जेल की सजा भी सुनाई गई है। आइए जानते क्या है पूरा माजरा.. 

    मॉडल को हुई 6 साल की सजा 

    इस मामले के बारे में अब कहा जा रहा है कि इस मॉडल ने एडल्ट वेबसाइट OnlyFans पर न्यूड फोटो पोस्ट की है, ऐसे में अब मॉडल नैंग को देश के इलेक्ट्रॉनिक लेनदेन कानून की धारा 33 (A) के तहत सोशल मीडिया साइटों पर नग्न तस्वीरें और वीडियो शेयर करने का दोषी पाया गया। इस तरह के दोषी लोगों को वहां के कानून के मुताबिक अधिकतम सात साल की सजा का प्रावधान है, इसलिए इस मॉडल को भी अब 6 साल की सजा सुनाई है। 

    यहां अलग है नियम 

    आपको बता दें कि ये मॉडल यांगून के नॉर्थ डैगन टाउनशिप में रहती थी। बता दें कि ये एक ऐसा क्षेत्र है जहां मार्शल लॉ लागू है। ऐसे क्षेत्रों में अपराधों के आरोपित लोगों पर एक सैन्य अदालत में मुकदमा चलाया जाता है, जहां उन्हें वकील तक पहुंच जैसे अधिकारों से वंचित कर दिया जाता है, ऐसे में उन्हें सजा मिलने रोक सकता जो दोषी है। 

    मॉडल की मां ने कहा

    म्यांमार की सबसे बड़ी जेल इनसेन जेल कोर्ट में उन पर मुकदमा चलाया गया, जहां पिछले साल तख्तापलट के बाद से कई राजनीतिक कैदियों को भेजा गया है। मॉडल की मां ने बीबीसी को बताया कि वह हाल के हफ्तों में अपनी बेटी से संपर्क करने में सक्षम थी, लेकिन अब जेल भेजे जाने के बाद वो उनसे बातचीत नहीं हो पा रही है। 

    म्यांमार की पहली ऐसी शख्स.. 

    गौरतलब हो कि मॉडल नैंग सैन ने इसे पहले भी सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया था , ऐसे में अब इस मामले को लेकर ऐसा माना जाता है कि वो म्यांमार की पहली ऐसी शख्स हैं, जिन्हें ओनलीफैंस कंटेंट के लिए जेल भेजा गया है। आपको बता दें कि एक अन्य मॉडल को भी इस साल गिरफ्तार किया गया था। इस मॉडल ने सोशल मीडिया पर विरोध प्रदर्शन में भाग लेने की तस्वीरें भी पोस्ट की थी।  इसी कानून के तहत उन्हें अगस्त में गिरफ्तार किया गया था।