पटना: कोरोना (Corona) के चलते सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) के साथ-साथ ऑनलाइन (Online) के ज़रिए ज़्यादातर कामों को अंजाम दिया जा रहा है। ऐसे में बिहार (Bihar) के बेतिया से एक ‘हाईटेक भिखारी’ (High-tech Beggar) ऐसा मामला सामने आया है जो सोशल मीडिया (Social Media) पर चर्चा का विषय बनता नजर आ रहा है। दरअसल बेतिया में एक ऐसा भिखारी है जिसने पैसे मांगने का एक अनोखा तरीका अपना लिया है। राजू पटेल नाम का ये शख्स फोनपे और अपना पर्सनल क्यूआर कोड (QR Code) का इस्तेमाल करता है। इस भीख मांगने के तरीके को देख लोग भी पहले हैरान हो जाते हैं और कुछ लोग इस डिजिटल वॉलेट में अपने अकाउंट से कुछ पैसे (Money) भी डाल देते हैं।
सोशल मीडिया पर राजू पटेल को अब ‘डिजिटल भिखारी’ के नाम से पहचाना जा रहा है। एएनआई के अनुसार, राजू पटेल ने कहा, “मैं डिजिटल भुगतान स्वीकार करता हूं, यह काम पूरा करने और अपना पेट भरने के लिए अच्छा साबित होता है।”
Bihar | Raju Patel, a beggar in Bettiah, goes digital; accepts PhonePe & puts a QR code around his neck
“I accept digital payments, it’s enough to get the work done & fill my stomach,” said Raju Patel
Visuals from Bettiah railway station pic.twitter.com/nbw83uXop6
— ANI (@ANI) February 8, 2022
क्विंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, राजू पटेल ने बताया कि, 2002 में उसके पिता की मौत हो गई थी और वह साल 2005 से भीख मांगने को मजबूर है। राजू दिन में अलग-अलग इलाकों में लोगों से भीख मांगता है और रात के वक्त वह एक मंदिर में सोता है।
राजू ने बताया कि, एक शख्स ऑटो वालों के पास आता था और उनके कार्ड बनाता था। इस दौरान एक दिन उस शख्स ने राजू को ऑनलाइन पेमेंट के बारे में बताया और इसके बाद राजू ने पैसे लेने के लिए डिजिटल तरीका अपना लिया जिसके बाद उसे लोग भी उसके अकाउंट में पैसा देने लगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि, राजू ने बताया कि, रोज उसे कम से कम इस तरीके से लगभग 200 रूपए मिल जाते हैं।