वर्धा. कोरोना के चलते इस वर्ष भी ईद-उल-अजहा (बकरीद) मुस्लिम समुदाय की ओर से सादगी से मनाई जाएगी़ इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार हर साल बकरीद 12वें महीने की 10 तारीख को मनाई जाती है़ यह रमजान माह के खत्म होने के लगभग 70 दिनों के बाद मनाई जाती है़ बकरीद पर कुर्बानी देने की प्रथा है़ बकरीद पर मुस्लिम समुदाय के लोग साफ-पाक होकर ईदगाह मे नमाज पढ़ते हैं.
नमाज के बाद कुर्बानी दी जाती है़ ईद के मौके पर लोग अपने रिश्तेदारों और करीबों लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हैं. ईद की नमाज में लोग अपने लोगों की सलामती की दुआ करते हैं. एक-दूसरे से गले मिलकर भाईचारे और शांति का संदेश देते हैं, लेकिन इस वर्ष कोरोना पाबंदी के कारण बकरी ईद सादगी से मनाई जाएगी.
सादगी से मनाएं त्योहार
कोरोना नियमों का पालन कर प्रशासन को सहयोग करें. सादगी से बकरीद (ईद उल अजहा) मनाने का आह्वान नगरसेवक नौशाद शेख तथा अताउल्लाह खां पठान ने किया है.