वर्धा. जिले में कोरोना के साथ-साथ ब्लैक फंगस के मरीज भी पाये जा रहे है़ं गत डेढ़ माह से संक्रमितों के आंकड़े रफ्तार से कम हो गए़ वहीं ब्लैक फंगस के मरीजों पर भी ब्रेक लग गया था़ परंतु गत सप्ताहभर में इस बीमारी से ग्रस्त 3 लोगों की मौत हुई है़ परिणामवश जिले में मृतकों का कुल आंकड़ा 7 पर पहुंच गया है़ वहीं अब तक इस बीमारी के 132 मरीज पाये गए़ इनमें से 114 स्वस्थ होकर घर लौट गए़ वहीं 8 मरीजों पर अस्पताल में इलाज चल रहा है़ विगत डेढ़ माह से जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या काफी कम हुई है़ नए संक्रमित न मिलने से सरकार व प्रशासन ने भी नियमों में ढिलाई बरती है़ जनवरी से मई इन पांच माह में कोरोना ने सर्वत्र हाहाकार मचा रखा था़ प्रतिदिन सैकड़ों मरीज मिल रहे थे, वहीं अनेकों की जानें भी गई़ आक्सीजन व बेड उपलब्ध नहीं होने से कइयों ने जानें गंवाई़ इससे जिले में सर्वत्र हाहाकार मच गया था.
एक सप्ताह पहले थे 127 मरीज
स्वास्थ्य विभाग इस संकट से निपट ही रहा था कि ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) के मरीज से स्थिति और बिकट हो गई़ दिन-ब-दिन इस बीमारी के मरीज बढ़ने लगे़ इससे कोरोना से स्वस्थ्य होने के बाद मरीजों पर इस बीमारी का सामना करने की नौबत आ गई. परंतु स्वास्थ्य विभाग ने समय रहते प्रतिबंधात्मक उपाय व इलाज किए जाने के कारण इस बीमारी पर नियंत्रण पा लिया़ जुलाई माह में कोरोना के मरीज नहीं के बराबर है़ इसके साथ ब्लैक फंगस का आंकड़ा एक सप्ताह पहले 127 पर था, जबकि मृतकों की संख्या 4 थी.
अब 132 में 26 महिला व 106 पुरुष
परंतु अब ब्लैग फंगस के कुछ मरीज मिलसे से यह आंकड़ा 132 पर पहुंच गया है़ इसमें महिला 26 व पुरुष 106 बताये गए़ वहीं पिछले सात दिनों में 3 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 7 हो गई है़ वर्तमान में 8 मरीजों पर इलाज चल रहा है़ अब तक 114 लोग स्वस्थ्य होकर घर लौट गए है़ कुल मरीजों में 18 वर्ष भीतर के 1, 18 से 45 आयु के बीच 37, 45 से 60 आयु के बीच 64 व 60 प्लस आयु के 30 मरीजों का समावेश है़ फिर एक बार ब्लैक फंगस के मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है.