वर्धा. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन प्रतिबंधात्मक उपाय योजना कर रहा है़, परंतु दूसरी ओर प्रशासन की लापरवाही से संक्रमण के फैलाव को बढ़ावा मिलता नजर आ रहा है़ आईटीआई टेकडी परिसर में बने कोविड केअर सेंटर का कचरा धड़ल्ले से पिछले हिस्से में फेंका जा रहा है़ इसका सीधा असर उमरी (मेघे) के त्रिमूर्तिनगरवासियों के स्वास्थ्य पर हो रहा है़ इस ओर प्रशासन ने गंभीरता से ध्यान देने की मांग परिसर के नागरिक कर रहे है.
गौरतलब है कि सरकार व प्रशासन कोरोना के हाहाकार को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है़ सरकार ने 31 मई तक लाकडाउन बढ़ा दिया है़ इसी तर्ज पर वर्धा में जिलाधिकारी ने 18 मई तक सख्त लाकडाउन के निर्देश जारी कर दिए़ जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों को देखते हुए 17 कोविड केअर सेंटर तैयार किये गए हैं.
प्रशासन बरत रहा लापरवाही
इसमें आईटीआई टेकड़ी स्थित आदिवासी छात्रावास का भी समावेश है़ यहां के कोविड केअर सेंटर में कम तथा मध्यम लक्षण होने वाले मरीजों को रखा गया है़ इसी छात्रावास के पिछले हिस्से में त्रिमूर्तिनगर का परिसर है़ नियमानुसार कोविड अस्पताल अथवा कोविड केअर सेंटर से निकलने वाले कचरे का उचित प्रबंधन करना होता है़, परंतु इस संबंध में प्रशासन पूर्णत: लापरवाही बरतता नजर आ रहा़ आईटीआई टेकड़ी पर बने कोविड केअर सेंटर का कचरा, संक्रमितों का बासा भोजन पिछले हिस्से में फेंक दिया जाता है़ जो त्रिमूर्तिनगर में फैलकर जनस्वास्थ्य पर असर कर रहा है़ परिसर में बदबू व दुर्गंध फैल रही है़ इससे छोटे बच्चे व बुजुर्गों का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है़ कोविड केअर सेंटर के कचरे का उचित प्रबंधन प्रशासन करें, ऐसी मांग परिसर के नागरिक कर रहे हैं.