‘मैं भी गुनहगार’ प्रतिकात्मक आंदोलन, प्रतिबंधीत बिजो की हुई बुआई

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वर्धा. किसान संगठन ने एचटीबीटी कपास बुआई आंदोलन खरीफ मौसम में चलाने का ऐलान किया था़ इसी तर्ज पर 2 जून को देवली तहसील के मुरदगांव (खोसे) के किसान ने अपने खेत में प्रतिबंधीत बीजो की बुआई कर च्मैं भी गुनहगारज् प्रतिकात्मक आंदोलन शुरु कर दिया है़. 

बता दे कि, किसान संगठन के तहसील अध्यक्ष खुशाल बालाजी हिवरकर ने अपने खेत से इस आंदोलन की शुरुवात कर दी है़ सरकार ने एचटी बीटी की बुआई पर रोक लगाई है़ कन्तिु हमें यह नई तकनीक के माध्यम से बुआई करनी है, ऐसी मांग किसान संगठन कर रही है़ महाराष्ट्र सहित पुरे देश में यह आंदोलन किया जाएंगा, ऐसी चेतावनी किसान संगठन ने दी है़ दुनिया में नई तकनीकि के माध्यम से बुआई हो रही है़ परंतु भारत में इन बीजो पर प्रतिबंध लगाया गया़ सरकार के निषेधार्थ यह आंदोलन किया जा रहा है, ऐसा भी किसानों ने कहा़ इसके माध्यम से नई तकनीकि की दिशा दिखाने का प्रयास है़ इससे देश का किसान कपास उत्पादन व तेल बिजो में आत्मनर्भिर ही नहीं तो नर्यिातक्षम बनेंगा़ देश में खेती उपज की नर्यिात किस प्रकार बढ सकती है, इसका उदाहरण सरकार के सामने पेश करेंगे़ देश का किसान समृध्दी बनाने की दिशा में यह एक कदम है़ आंदोलन के दौरान किसानो ने च्मैं भी गुनहगारज्, च्एचटीबीटीज्, च्मै किसानज् इस प्रकार की सूचना तख्ती दिखाकर सरकार की नीति का निषेध दर्शाया़ 

गांवखेडे की ओर बढ रहे मजदूर
कोवीड-19 के कारण अनेक मजदूर शहर से गांव में आये है़ अब अधिक बोझ गांवखेडो पर बढ गया है़ अगर किसानों को नई तकनीकि का उपयोग करने अनुमति दी गई तो वह सक्षम होंगा़ साथ ही मजदूरों को रोजगार उपलब्ध होंगा़ देश की आर्थिक व्यवस्था केवल खेती पर ही नर्भिर है़ इस लिए किसानों की ओर गंभीरता से ध्यान दे़ एक उदाहरण के तौर पर यह आंदोलन कर रहे है़ इससे देश को नई दिशा मिलेगी, ऐसी जानकारी किसान संगठन युवा आघाडी के अध्यक्ष सतीश दानी ने दी़