सोयाबीन पर अज्ञात बीमारी का प्रकोप, किसान चिंतित

  • सिकुड कर मुरझा रही पत्तियां

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वर्धा. गत वर्ष की तूलना में इस बार जिले में सोयाबीन फसल का बुआई क्षेत्र अधिक है़ इन दिनों खेतों में फसल भी अच्छी लहलहा रही है़ परंतु कपास के बाद अब सोयाबीन की फसल पर नया संकट मंडरा रहा है़ अज्ञात बिमारी के प्रकोप से किसानो की चिंता बढ गई है़ सोयाबीन के पौधो की पत्तियां अचानक सिकुड कर मुरझा रही है़ बदरिले मौसम के कारण यह बिमारी अधिक प्रभाव कर रही है़  

बता दे कि, किसान हमेशा से ही किसी ना किसी संकट का सामना करते आ रहा है़ फसल अच्छी होने पर नई नई बिमारियों से किसानों को निपटना पडता है़ पिछले चार वर्षों से जिले का किसान बोंड इल्ली का सामना कर रहा है़ इससे उनके मुह का निवाला भी छिना जा रहा़ कुछ दिनों पूर्व कपास की फसल पर गूलाबी बोंड इल्ली के साथ डोमकली का असर देखा गया़ इससे किसान पहले ही परेशान है़ ऐसी स्थिति में अब अज्ञात बिमारी से सोयाबीन की फसल भी संकट में आ गई है़ किसानों की माने तो इसे चुरडा नाम दिया गया है़ इसमें पौधों की पत्तिया सिकुड कर मुरझा रही है़.

पौधे काफी बढने के कारण किसान दवाई का छिडकाव भी नहीं कर पा रहे है़ खेतों में विषैयले जिओ का संचार होने से किसान हिम्मत नहीं कर पा रहा़ ऐसी स्थिति में फसला को भगवान भरौसे छोडने के अलावा दूसरा चारा किसानो के पास नहीं है़ सेवाग्राम, कुटकी सहित आसपडोस के गांवों में सोयाबीन की फसल पर इस अज्ञात बिमारी का असर देखा गया है़ गत कुछ दिनों से जिले में बदरिला मौसम होने के कारण यह बिमारी अधिक असर कर रही है़ अगर जोरदार बारिश होती हैं, तो इसका प्रभाव कम होंगा, ऐसा भी किसान बता रहे़ इससे बचने के लिए किसान अब कृषि विभाग से गुहार लगा रहा है़ संबंधीत विभाग ने छिडकांव यंत्र उपलब्ध कराने पर इस बिमारी से छुटकारा पाया जा सकता है, ऐसी मांग हो रही़ 

कृषि विभाग दे ध्यान – झाडे
कुटकी निवासी किसान गजानन झाडे ने बताया कि, पिछले कुछ दिनों से सोयाबीन की फसल पर इस अज्ञात बिमारी का असर देखा जा रहा़ पत्तियां अपनेआप सिकुड कर मुरझा रही है़ फसल अधिक बढने से किसान भितर जाने के लिए कतरा रहे है़ कृषि विभाग इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर उचित मार्गदर्शन करें, ऐसी मांग झाडे ने की़