वर्धा. बिल किसानों के हित का है. केवल एक ही राज्य के किसान आंदोलन कर देश को गुमराह कर रहे है. बिल में सुधार करने के लिये केंद्र सरकार तैयार है. किंतु बिल पीछे नहीं लिया जायेगा, ऐसी जानकारी सांसद रामदास तडस पे पत्रपरिषद में दी.
सांसद तडस ने बताया कि, सरकार ने आंदोलनकर्ताओं ने उपस्थित किये प्रश्न का जबाब देकर बिल में संशोधन करने की बात कही, लेकीन कुछ संगठन जानबुझकर केंद्र सरकार के खिलाफ षडयंत्र रच रहे है. आंदोलन के माध्यम से देश हिंसा व देश तोडने का प्रयास किया जा रहा है. गत 17 दिनों से आंदोलन चल रहा है. केंद्र सरकार ने निरंतर चर्चा की है. किंतु आंदोलनकारी अपनी बात पर अडे हुए है. बिल के माध्यम से केवल राजनिती की जा रही है.
ग्यारंटी मूल्य से अनाज की खरिदी कायम रहेगी. इस संदर्भ में सरकार लिखीत भी देने के लिये तैयार है. बाजार समिती की व्यवस्था भी कायम रहनेवाली है. ठेका खेती के संदर्भ उपस्थित किया गया संदेह सरकार दुर करेगी. आंदोलन के दौरान खलिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे, यह बात देश को तोडनेवाली है.
आंदोलन के दौरान किसानों के एक गुट ने सरकार को समर्थन घोषित किया है. पंजाब सरकार ने कृषि बिल अमल में नहीं लाया है. फिर भी पंजाब के किसान क्यों आंदोलन कर रहे है, ऐसा सवाल सांसद तडस ने उपस्थित किया़ पत्रपरिषद में भाजपा के जिलाध्यक्ष डा. शिरीष गोडे, अविनाश देव व नगराध्यक्ष अतुल तराले, किसान मोर्चा के गंगाधर कोल्हे, आशीष कुचेवार, मोहन मोहिते आदि उपस्थित थे.