File Photo
File Photo

    Loading

    आसेगांव. विगत आठ दिनों के भीतर मंगरुलपीर तहसील के ग्राम आसेगांव परिसर में फिर से एक बार कुदरत ने अपना कहर बरपाते हुए किसानों समेत आमजनों के समक्ष मुसीबत खड़ी कर दी है़  तेज मूसलाधार बारिश ने परिसर में खेतों व घरों का नुकसान कर त्राही त्राही मचाने से भारी नुकसान हुआ है. खेतों की मिट्टी बहने से खड़ी खरीफ फसलों का जहां नुकसान हुआ है़.

    वहीं कच्चे मकानों की दीवारें तक पानी के अधिक प्रभाव से ढह गई. विगत आठ दिनों के भीतर दूसरी बार आसेगांव परिसर में इस तरह की मूसलाधार नुकसान करने वाली बरसात हुई है. बरसात अधिक होने से बांध, कुएं गाव समीप के तालाब पूरी तरह से भरकर ओवरफ्लो हो गए. इतना ही नही वर्तमान के बरसात मौसम में जिस तरह से दो बार भारी वर्षा की जैसी भयानक बरसात हुई है़.

    वैसी बरसात बीते 20 वर्षों में भी इस क्षेत्र में नही हुई इस तरह की जानकारी सामने आई है. भारी व बड़े नुकसान को ध्यान में रखकर आसेगांव पंचायत समिति सदस्य अनंत कुमार शेलके द्वारा संबंधित तहसील प्रशासन को नुकसान ग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लेकर नुकसान भरपाई देने हेतु एक लिखित निवेदन भी सौंपा गया. 

    गत 14 जुलाई को भी आसेगांव परिसर में मूसलाधार बारिश हुई थी. उस बारिश से भी ज्यादा भयावह बारिश 22 जुलाई की सुबह तीन बजे के दौरान हुई. जिससे नदी नाले उफान पर है. इतना ही नही सुबह दस बजे तक मंगरूलपीर अनसिंग मार्ग भोपलपेंड पुलिया के ऊपर से पानी का बहाव रहने के कारण बंद रहा. जिससे लगभग दस ग्रामों का संपर्क घंटो तक टूटा हुआ रहा. वहीं वटफल का सिंचाई बांध फूटने से कुंभी वटफल मार्ग भी बंद अवस्था में था.

    जिन क्षेत्रों में भारी बरसात के कारण खेतों समेत रहते घरों का बड़ी मात्रा में नुकसान हुआ है. उन में ग्राम आसेगांव, पिंपलगांव, कुंभी, लही, वसंतवाडी, वटफल, नांदगांव, शिवनी, चिंचोली, दाभडी, रामगढ़, भडकुंभा, चिंचखेडा, सार्सी समेत अन्य ग्रामों का समावेश है. इन सभी ग्रामों के खेतों समेत घरों के नुकसान होने वाले सभी स्थानों का तत्काल सर्वेक्षण कर नुकसान भरपाई के रूप में मुआवजा देने की मांग आसेगाव पंचायत समिति सदस्य अनंत कुमार शेलके ने की है.