Nuclear agreement with world powers is still worth saving: Iran

Loading

संयुक्त राष्ट्र: ईरान ने संयुक्त राष्ट्र से अपील की है कि वह सीरिया के हवाई क्षेत्र में पिछले महीने ईरानी यात्री विमान को रोके जाने की घटना के लिए अमेरिका को जवाबदेह बनाए। इस विमान को दो अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने रोका था। ईरान ने उसके विमानों को रोके जाने को ‘‘गैरकानूनी” एवं ‘‘दुस्साहसी कदम” बताया।

संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत माजिद तख्त रवांची ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को शुक्रवार को दिए गए पत्र में कहा कि ईरान ‘‘अंतरराष्ट्रीय कानून के इस उल्लंघन के खिलाफ कड़ी से कड़ी आपत्ति जताता है और वह प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में यह मामला उठाएगा।”

रवांची ने कहा कि 23 जुलाई को तेहरान से बेरूत जा रही ‘महान’ विमानन कंपनी की उड़ान ए310 को सीरिया के हवाई क्षेत्र से गुजरते समय दो अमेरिकी एफ-15 लड़ाकू विमानों ने ‘‘आक्रामक और अनेपक्षित तरीके से रोका ।” राजदूत ने कहा, ‘‘अमेरिकी लड़ाकू विमान के आक्रामक एवं खतरनाक कदमों की प्रतिक्रिया के तौर पर और असैन्य विमान एवं यात्रियों के जीवन की रक्षा करने के लिए विमानन कंपनी को अचानक ऊंचाई बदलनी पड़ी, जिससे विमान में सवार यात्रियों को चोटें लगीं।”

वहीं अमेरिकी नौसेना के कप्तान एवं सेंट्रल कमान के प्रवक्ता बिल अर्बन ने घटना के समय कहा था कि यूएस एफ-15 लड़ाकू विमान ने करीब 1000 मीटर की दूरी से ‘महान एयर’ के यात्री विमान का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, ‘‘अल-तनफ में संगठन बल के सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरीक्षण किया गया।”

ईरानी राजदूत ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संधि के प्रावधानों के अनुसार ईरान के नागर विमानन संगठन ने सीरियाई प्राधिकारियों से संपर्क किया और ‘‘घटना की तत्काल एवं सटीक जांच करने” की अपील की। उन्होंने कहा कि ईरानी प्राधिकारियों ने भी मामले की जांच शुरू की है और दोनों दलों ‘‘के एकत्र आंकड़ों और सूचना की समीक्षा” के बाद जांच के परिणाम जारी किए जाएंगे। रवांची ने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र को इस प्रकार के गैरकानूनी एवं दुस्साहसी कदम को खारिज करना चाहिए और इस गैरजिम्मेदाराना व्यवहार के लिए अमेरिका को जवाबदेह ठहराना चाहिए।” (एजेंसी)