Biden will be signing 15 executive orders on the very first day after becoming the President of US

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वाशिंगटन: डेमोक्रेटिक पार्टी (Democratic Party) के उम्मीदवार जो बाइडेन (Joe Biden) अमेरिका के अगले राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। अमेरिकी मीडिया के अनुसार, बाइडेन ने शनिवार को रिपब्लिकन पार्टी (Republican Party) के अपने प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को कड़े मुकाबले में हरा दिया। बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति होंगे। अमेरिका की राजनीति में करीब पांच दशकों से सक्रिय जो बाइडेन ने सबसे युवा सीनेटर से लेकर सबसे उम्रदराज अमेरिकी राष्ट्रपति बनने तक का शानदार सफर तय करके शनिवार को इतिहास रच दिया। हालांकि ट्रंप ने अब तक अपनी हार नहीं मानी है और उन्होंने कहा है कि वो मामले को कोर्ट ले जाएंगे। 

सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार पेन्सिलवेनिया राज्य में जीत दर्ज करने के बाद 77 वर्षीय पूर्व उपराष्ट्रपति बाइडेन ने अपने राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ़ कर लिया है। पेन्सिलवेनिया में जीत के बाद बाइडेन को 270 से अधिक ‘इलेक्टोरल कॉलेज वोट’ मिल गये जो जीत के लिए जरूरी थे। राज्य के 20 इलेक्टोरल वोटों के साथ बाइडेन के पास अब कुल 273 से ज़्यादा इलेक्टोरल वोट हैं। वैसे अभी और 4 राज्यों के वोटों की गिनती जारी है। 

भारी मतों से आगे रहे बाइडेन

रिपोर्ट्स के अनुसार, बाइडेन को अमेरिका के प्रमुख राज्यों में ट्रम्प से ज़्यादा वोट मिले।

एरिजोना में अब तक करीब 16,26,943 वोट मिले जो ट्रंप से  20,000 वोट ज्यादा थे।

जॉर्जिया में बाइडेन को 24,61,455 वोट मिले और वे ट्रंप से 7 हजार ज़्यादा पा कर आगे चल रहे हैं।

पेन्सिलवेनिया में बाइडेन को अब तक 33,45,906  वोट मिल चुके हैं और वहीं ट्रंप को अब तक 33,11,448 ही वोट मिले हैं।

नॉर्थ कैरोलिना और अलास्का में ट्रम्प आगे चल रहे हैं। 

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अमेरिका में राष्ट्रपति के दो टर्म का 28 साल पुराना बाइडेन ने तोडा 

बाइडेन का यह अपने आप में एक रिकॉर्ड राष्ट्रपति के लगातार दो टर्म सत्ता में रहने का 28 साल का सिलसिला तोड़ दिया है। 1992 से लेकर अब तक अमेरिका के राष्ट्रपति लगातार दो बार चुनाव जीतते आए थे। 1992 और 1996 में डेमोक्रेटिक पार्टी के बिल क्लिंटन राष्ट्रपति रहे और दो बार उन्होंने राष्ट्रपति की कमान संभाली, 2000 और 2004 में रिपब्लिकन पार्टी के जॉर्ज डब्ल्यू बुश राष्ट्रपति रहे, 2008 और 2012 में डेमोक्रेटिक पार्टी के बराक ओबामा लगातार दो चुनाव जीते। लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप को 2020 के चुनाव में मात दे कर ये सिलसिला तोड़ दिया है।  

जो बाइडेन: पहले बने सबसे युवा सीनेटर अब सबसे उम्रदराज अमेरिकी राष्ट्रपति बने 

अमेरिका की राजनीति में करीब पांच दशकों से सक्रिय जो बाइडेन ने सबसे युवा सीनेटर से लेकर सबसे उम्रदराज अमेरिकी राष्ट्रपति बनने तक का शानदार सफर तय करके शनिवार को इतिहास रच दिया। 77 वर्षीय बाइडेन छह बार सीनेटर रहे। ऐसा नहीं है कि यह कामयाबी उन्होंने अपने पहले प्रयास में पा ली है। बाइडेन को वर्ष 1988 और 2008 में राष्ट्रपति पद की दौड में नाकामी मिली थी। राष्ट्रपति बनने का सपना संजोये डेलावेयर से आने वाले दिग्गज नेता बाइडेन को सबसे बडी सफलता उस समय मिली जब वह दक्षिण कैरोलीना की डेमोक्रेटिक पार्टी प्राइमरी में 29 फरवरी को अपने सभी प्रतिद्वंद्वी को पछाडकर राष्ट्रपति पद की दौड में जगह बनाने में कामयाब रहे। वाशिंगटन में पांच दशक गुजारने वाले बाइडेन अमेरिकी जनता के लिए एक जाना-पहचाना चेहरा थे क्योंकि वह दो बार तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में उप राष्ट्रपति रहे। 74 वर्षीय ट्रंप को हराकर व्हाइट हाउस में जगह पाने वाले बाइडेन अमेरिकी इतिहास में अब तक के सबसे अधिक उम्र के राष्ट्रपति बन गए हैं। 

भारत-अमेरिकी संबंधों को मजबूत करने के हिमायती रहे हैं बाइडेन 

डेलावेयर राज्य में लगभग तीन दशकों तक सीनेटर रहने और ओबामा शासन के दौरान आठ वर्षों के अपने कार्यकाल में वह हमेशा ही भारत-अमेरिकी संबंधों को मजबूत करने के हिमायती रहे। बाइडेन ने भारत-अमेरिका परमाणु समझौते (India-America Nuclear Agreement) के पारित होने में भी अहम भूमिका निभायी थी। भारतीयों राजनेताओं से मजबूत संबंध रखने वाले बाइडेन के दायरे में काफी संख्या में भारतीय-अमेरिकी भी हैं। चुनाव के लिए कोष जुटाने के एक अभियान के दौरान जुलाई में बाइडेन ने कहा था कि भारत-अमेरिका ”प्राकृतिक साझेदार” हैं। उन्होंने बतौर उप राष्ट्रपति अपने आठ साल के कार्यकाल को याद करते हुए भारत से संबंधों को और मजबूत किए जाने का जिक्र किया था और यह भी कहा था कि अगर वह राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो भारत-अमेरिका के बीच रिश्ते उनकी प्राथमिकता रहेगी। 

बाइडेन का शुरुआती दौर

पेनसिल्वेनिया में वर्ष 1942 में जन्मे जो रॉबिनेट बाइडेन जूनियर ने डेलावेयर विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त की और बाद में वर्ष 1968 में कानून की डिग्री हासिल की। बाइडेन डेलावेयर में सबसे पहले 1972 में सीनेटर चुने गए और उन्होंने छह बार इस पद पर कब्जा जमाया। 29 वर्ष की आयु में सीनेटर बनने वाले बाइडेन अब तक सबसे कम उम्र में सीनेटर बनने वाले नेता हैं।