Blast in Pakistan

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पेशावर. पाकिस्तान (Pakistan) से एक बड़ी खबर सामने आई है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक खैबर पख्तूनख्वा प्रांत (Khyber Pakhtunkhwa Province) में रविवार को एक इस्लामी राजनीतिक दल के एक सम्मेलन में विस्फोट हुआ है। इस घटना में करीब 45 लोग मारे गए हैं और 150 से अधिक घायल हो गए हैं।

फिदायीन हमला

जानकारी के मुताबिक घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कानून लागू करने वाली एजेंसियों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। मौके पर पांच एंबुलेंस पहुंच गई हैं। घटना बाजौर की खार तहसील की है, जहां शाम 4 बजकर 30 मिनट के करीब जबरदस्त विस्फोट हुआ। माना जा रहा है कि हमलावर पार्टी समर्थकों के बीच ही मौजूद था। इसलिए इसे फिदायीन हमला माना जा रहा है।

सम्मलेन में 500 से अधिक लोग थे शामिल

खार में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल जमीयत उलेमा इस्लाम फजल (JUI-F) के कार्यकर्ता सम्मेलन चल रहा था। जहां, सीनियर लीडर हाफिज हमदुल्लाह संबोधित करने वाले थे, लेकिन वो व्यक्तिगत कारणों की वजह से यहां पहुंच नहीं सके। मीडिया खबर के मुताबिक जब विस्फोट हुआ तब 500 से अधिक लोग सम्मेलन में भाग ले रहे थे।

मौत का आंकड़ा बढ़ने की संभावना

इस घटना में पार्टी के एक प्रमुख नेता मौलाना जियाउल्लाह जान की भी मौत हो गई है। इस बीच, बाजौर जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने मरने वालों की संख्या 45 बताई है। उन्होंने कहा कि 150 से अधिक घायल लोगों को बाजौर जिला मुख्यालय अस्पताल लाया गया है, जबकि गंभीर हालत वाले लोगों को पाकिस्तान सेना के हेलीकॉप्टर के जरिए पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल ले जाया जा रहा है। मौत का आंकड़ा और बढ़ने की संभावना है।

पहले भी हो चूका है हमला

हाफिज हमदुल्लाह ने इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंस इस घटना की गहराई से जांच की मांग की है। साथ ही उन्होंने इस मसले को संसद में उठाने की बात कही है। उन्होंने कहा, “मैं विस्फोट की कड़ी निंदा करता हूं। इसके पीछे के लोगों को संदेश देना चाहता हूं कि यह जिहाद नहीं बल्कि आतंकवाद है।” उन्होंने जोर देकर कहा, “आज की घटना मानवता और बाजौर पर हमला है। इस घटना की जांच की जानी चाहिए। यह पहला नहीं था जब JUI-F को निशाना बनाया गया था। ऐसा पहले भी हो चुका है। हमारे कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया है। हमने इस पर संसद में आवाज उठाई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”

हमदुल्लाह ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और प्रांतीय सरकार से घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने का आग्रह किया।

बिलावल भुट्टो जरदारी ने की निंदा

वहीं, पाकिस्तान पीपुुल्स पार्टी के चेयरमैन और पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने इस घटना की निंदा की और शोक संतप्त लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “संघीय और खैबर पख्तूनख्वा सरकारों को आतंकवादियों के संरक्षकों को न्याय के कटघरे में लाना चाहिए।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवादियों और उनके योजनाकारों को खत्म किया जाना चाहिए।

तालिबान की वापसी के बाद पाकिस्तान में आतंकवादी हमले बढे

अफगानिस्तान की सत्ता में अगस्त 2021 में तालिबान की वापसी के बाद पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है। पिछले साल नवंबर में, तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने संघीय सरकार के साथ सहमत अनिश्चितकालीन युद्धविराम को रद्द कर दिया था और अपने आतंकवादियों को पाकिस्तान के सुरक्षा बलों पर हमले करने का आदेश दिया था। 30 जनवरी को, पाकिस्तान तालिबान के एक आत्मघाती हमलावर ने पेशावर की एक मस्जिद में दोपहर की नमाज के दौरान खुद को विस्फोट करके उड़ा लिया था, जिसमें 101 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे। फरवरी में, हथियारों से लैस टीटीपी आतंकवादियों ने पाकिस्तान के सबसे अधिक आबादी वाले शहर कराची पुलिस प्रमुख के कार्यालय पर धावा बोल दिया था और उस दौरान हुई गोलीबारी में तीन आतंकवादियों और दो पुलिस कांस्टेबलों सहित चार अन्य की मौत हो गई थी।