सियोल: वाशिंगटन (Washington) और बीजिंग (Beijing) के राजनयिकों (Diplomats) के बीच जटिल वार्ताओं और प्योंगयांग के कूटनीतिक तौर पर अलग-थलग पड़ने, वहां वित्तीय समस्याओं तथा इनकी वजह से चीन (China) पर बढ़ती उसकी निर्भरता के बीच चीन और उत्तरी कोरिया (North Korea) के नेता अपने पुराने संबंधों को और प्रगाढ़ करने की दिशा में संवाद कर रहे हैं।
उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ ने मंगलवार को कहा कि किम जोंग उन ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग (Xi Jingping) के साथ हुई बातचीत में, “विरोधी ताकतों” के कारण पेश आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए चीन के साथ सहयोग को मजबूती प्रदान करने की वकालत की है। केसीएनए और चीन की शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के मुताबिक, शी ने किम को दिए संदेश में द्विपक्षीय संबंधों को दोनों देशों के लिए “अहम संसाधन” करार दिया और कोरियाई प्राय:द्वीप में शांति तथा स्थायित्व के प्रति योगदान देने का संकल्प लिया।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह इस बात का संकेत है कि चीन जल्दी ही उत्तर कोरिया को खाद्य सामग्री से ले कर अन्य प्रकार की सहायता दे सकता है जो महामारी के दौरान सीमाओं के बंद होने से रुक गई थी।