वाशिंगटन: अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधु ने कहा है कि भारत और अमेरिका आने वाले दिनों में एक ‘अपेक्षाकृत छोटा’ व्यापार समझौता कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण जो चुनौतियां बनी हैं, उससे प्रति बाधित हुई है क्योंकि सरकारों का ध्यान स्वास्थ्य संकट से निपटने पर है।
अमेरिका-भारत रणनीतिक भागीदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) के ‘वेस्ट कोस्ट समिट’ को वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये संबोधित करते हुए संधु ने कहा कि भारत द्वारा मलेरिया के इलाज में उपयोगी दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) की अमेरिका को आपूर्ति से दोनों देशों में परस्पर भरोसा काफी बढ़ा है। भारत इस दवा का सबसे बड़ा विनिर्माता है और उसे अमेरिका को बड़ी मात्रा में मानवीय आधार पर एचसीक्यू दवाएं भेजी हैं।
संधु ने कहा, ‘‘ दोनों देशों का शीर्ष नेतृत्व इस (आपसी व्यापार समझौते) बारे में बात करता रहा है और मुझे लगता है कि आने वाले दिनों में हम संभवत: एक ‘अपेक्षाकृत छोटा’ व्यापार समझौता हो सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं व्यापार समझौते को लेकर अब भी बहुत आशावादी हूं। मैं यह कहना चाहूंगा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण जो संकट आया है, उससे इस दृष्टि से प्रगति में रुकावटें आई है कि इस समय सभी सरकारों का ध्यान स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने पर है।”
संधु ने अमेरिका की शीर्ष कंपनियों के प्रमुखों से कहा कि दोनों देशों के व्यापार अधिकारी इस बारे में लगातार बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के नेतृत्व की यह सोच है कि फिलहाल वे छोटा समझौता करेंगे और उसके तुरंत बाद बड़े व्यापार समझोते पर बातचीत शुरू करेंगे। राजदूत ने कहा कि मौजूदा वैश्विक स्थिति ने इस व्यापार समझौते को और उपयुक्त बना दिया है। उन्होंने कहा कि व्यापार सौदा कुछ बड़े क्षेत्रों से जुड़ा है जो दोनों पक्षों के लिये फायदेमंद होगा। (एजेंसी)