जानें आखिर क्यों मनाया जाता है ‘विश्व दृष्टि दिवस’ और इसका इतिहास

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    नई दिल्ली : हर साल अक्टूबर महीने के दूसरे गुरुवार को पूरी दुनिया में ‘विश्व दृष्टि दिवस’ (World Sight Day) मनाया जाता है। इस साल 14 अक्टूबर यानी आज के दिन यह दिवस पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है। इस दिन को मनाने का खास महत्व है। आइये इस दिन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी आज आपको बताते  है… 

    विश्व दृष्टि दिवस का उद्देश्य

    इस विश्व दृष्टि दिवस मनाने का एक मुख्य उद्देश्य है। इस दिवस का उद्देश्य धुंधली दृष्टि (खराब दृष्टि); अंधापन के साथ-साथ दृष्टि संबंधित समस्याओं के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है। इस दिवस का केंद्रीय बिंदु अंधेपन की रोकथाम के मनाया जाता है। 

    विश्व दृष्टि दिवस का इतिहास

    लायन्स क्लब इंटरनेशनल फाउंडेशन ने वर्ष 2000 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अनैतिकता की रोकथाम के लिए अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी के सहयोग से इस दिन को चिह्नित किया था। कुछ ऐसी बीमारी है जो अंतर्राष्ट्रीय दृष्टि दिवस पर ध्यान खींचती हैं जैसे ट्रैकोमा, कम दृष्टि, मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, अपवर्तक त्रुटि और मधुमेह रेटिनोपैथी।

    इस तरह के बीमारी के बारे में जागरूकता लाने के लिए यह दिन पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिवस की शुरुआत उन लोगों का समर्थन करने के महत्व को समझने के लिए की गई है जो ठीक से देख नहीं सकते। इस दिन का ध्यान विशेष रूप से इस बात पर केंद्रित है कि ऐसी स्थितियों में लोगों की सहायता के लिए क्या कुछ किया जा सकता है।

    आंखों की जांच है जरूरी 

    आपको बता दें कि अगर आप 40 साल से कम उम्र के हैं आपको चश्मा नहीं लगा है कोई दिक्कत नहीं है। फिर भी आपको आंखों का 2 साल में एक बार  चेकअप करवाना चाहिए। आप जैसे अपना हेल्थ चेकअप करवाते हैं वैसे ही आंख का चेकअप करवाते रहना चाहिए। यह हम सभी के लिए बेहद जरुरी है। अगर आपकी उम्र 40 साल से ज्यादा है तो साल में एक बार आंखों को चेक करवाना बहुत जरूरी है। हमारे स्वस्थ शरीर के साथ आखों का भी अच्छा रहना बेहद जरुरी है।