580 सालों का सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण आज, साल का आखिरी चंद्र ग्रहण यहां देखें लाइव

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    नई दिल्ली: इतने दिनों से पूरी दुनिया में जिसकी चर्चा थी वह साल का सबसे बड़ा और आखरी आंशिक चंद्रग्रहण लग चूका है। आज से साल का आखिरी चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2021) आज यानी 19 नवंबर, शुक्रवार के दिन लग चूका है। ये आंशिक चंद्र ग्रहण (Moon Eclipse) भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में दिखाई दे रहा है।

    बता दें कि यह  21वीं सदी का सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण (Partial Lunar Eclipse) है। जानकारों के अनुसार, यह चंद्र ग्रहण 580 साल बाद होने वाला सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण है। इससे पहले इतना लंबा चंद्रग्रहण 18 फरवरी 1440 में पड़ा था। तो चलिए आपको अब बताते हैं इस साल के सबसे बड़े और अनोखे चंद्र ग्रहण से जुड़े लाइव अपडेट क्या है…. 

    ‘चंद्र ग्रहण’ पर भूलकर भी न करें ये काम

    वैज्ञानिक और धार्मिक, दोनों ही दृष्टिकोण से चंद्रग्रहण को अशुभ  माना जाता है। विज्ञान भी मानता है कि ग्रहण के काल में कई ऐसे रेडियेशन निकलते हैं, जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।

    इसलिए, हिंदू धर्म में भी ग्रहण और उसके सूतक काल में कई ऐसे कार्य हैं, जिन्हें करने की बिल्कुल मनाही है। आइए जानें, चंद्रग्रहण के दौरान हमें कौन से कार्य नहीं करने चाहिए:

    धार्मिक मान्यता के अनुसार, ‘ग्रहण’ को अशुभ माना जाता है। इसलिए, ग्रहण काल में कोई भी शुभ कार्य करने की मनाही होती है। यहां तक की अगर बहुत जरूरी ना हो तो घर से भी बाहर नहीं निकलना चाहिए।

    ज्योतिष-शास्त्र के मुताबिक, ग्रहण काल में खाना बनाना और खाना भी शुभ नहीं माना जाता है। पहले से बने भोजन में तुलसी का पत्ता डाल कर, ढक कर रखना चाहिए।

    यहां देखें चंद्र ग्रहण का LIVE प्रसारण 

     

    ग्रहण काल में निकलने वाले हानिकारक रेडियेशन से बचाव के लिए भी ऐसा करना लाभ प्रद माने जाते हैं।ग्रहण के दौरान किसी भी शुभ काम की शुरुआत करने से उस काम में असफलता ही मिलती है।

    इसलिए ग्रहण लगने पर कोई भी शुभ काम न करें।गर्भवती महिलाओं को ग्रहण की छाया से बचने की सलाह दी जाती है। मान्यता है कि ग्रहण की छाया का प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है और इससे उसे नुकसान भी पहुंच सकता है।

    ग्रहण के समय में भगवान का नाम जपने और भजन करने का विधान है, लेकिन इस काल में मंदिरों के पट बंद रखे जाते हैं और ग्रहण के बाद स्नान करके पूजन किया जाता है।

    कहा तो ये भी जाता है कि, इस दौरान चाकू, छुरी जैसे तेज किनारों वाली वस्तुओं का प्रयोग न करें। इस समय किसी भी तरह की सिलाई-कढ़ाई का काम करना शुभ नहीं माना जाता है।

    अगर परिवार में कोई व्यक्ति गंभीर बीमारी से ग्रसित है तो ग्रहण काल में ‘महामृत्युंजय मंत्र’ का जप करना फलदायी माना जाता है।