नई दिल्ली. म्यांमार (Myanmar) से मिल रही बड़ी खबर के अनुसार, यहां की सेना ने बीते मंगलवार को अचानक जेट से बम बरसाए और वहीं हवाई जहाज से लगातार 20 मिनट तक फायरिंग भी की है। वहीं मामले पर न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, इस हमले में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। जिसमें दर्जनों महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
Heartbroken by the latest aerial massacre in Sagaing. The Myanmar junta continues to commit brutal atrocities, killing at least 50, including children. I implore the UN: how many more massacres must occur before you take action? How much longer will our people suffer under this? pic.twitter.com/ya3XGS1J77
— Mahn Winn Khine Thann (@MahnWinnKhine) April 11, 2023
घटना म्यांमार के पाजीगी कस्बा सागैंग प्रांत में घटित हुई है। बताया जा रहा है कि, यह राजधानी नेपिडॉ से 260 किमी दूर है। जानकारी के अनुसार, आर्मी ने यह हमला तब किया जब पाजीगी शहर में पीपुल्स डिफेंस फोर्सेस ( PDF) का ऑफिस खोल रहे थे। दरअसल, PDF देश में मिलिट्री के खिलाफ अभियान चला रही है। हमले के वक्त मौके पर 300 से ज्यादा लोग वहां मौजूद थे।
Myanmar junta confirms deadly air strike on a village, reports AFP news agency. The air strike killed as many as 100 people.
— ANI (@ANI) April 12, 2023
गौरतलब है कि, यह हमला 2 साल पहले हुए तख्तापलट के बाद इसे सेना का सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है। वहीं मामले पर मौजूद चश्मदीदों के अनुसार अचानक गांव में सुबह 7 बजे सेना का जेट आया। इसने एक बम गिराया, जिसके बाद कई हेलिकॉप्टर्स से एकसाथ फायरिंग शुरू हो गई। ये गोलीबारी लगातार 20 मिनट तक जारी रही।
🚨 While the world forgets Myanmar,the junta intensifies airstrikes against civilian.On April 10, 11 civilians,including a pastor & a headmaster, were killed in targeted airstrikes in Phalam, ChinState.On April 11, 100 more civilian are killed due to shelling in KantBalu,Sagaing. pic.twitter.com/lL9VvlWihn
— Wai Wai Nu (@waiwainu) April 11, 2023
वहीं आस-पास रहने वाले लोगों ने इनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं। इन सभी वीडियो में चारों तरफ लाशें दिखाई दे रही हैं। वहां मौजूद लोगों के मुताबिक उन्होंने लाशें गिननी शुरू कीं, लेकिन डेड बॉडीज के हिस्से अलग-अलग जगह पर फैले होने के कारण वे अब तक ठीक से नहीं गिन पाए हैं। फिलहाल यह आंकड़ा 100 से ज्यादा लोगों का है।