दुबई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को बंजर भूमि पर वृक्षारोपण के माध्यम से ‘ग्रीन क्रेडिट’ (Green Credit) हासिल करने केंद्रित एक पहल शुरू की। दुबई में चल रहे COP-28 वर्ल्ड क्लाइमेट एक्शन समिट में ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम पर उच्च स्तरीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पृथ्वी की हेल्थ के बारे में सकारात्मक तरीके से सोचने पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम का वेब पोर्टल लॉन्च किया।
पीएम मोदी ने स्वीडन के प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टरसन, मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप जैसिंटो न्यूसी और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल के साथ ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम का वेब पोर्टल लॉन्च किया।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi, along with Sweden’s PM Ulf Kristersson, President of Mozambique Filipe Jacinto Nyusi and European Council president Charles Michel, launch the web portal of Green Credits Programme at COP28 World Climate Action Summit in Dubai, UAE. pic.twitter.com/12ZKlCDCIH
— ANI (@ANI) December 1, 2023
पीएम मोदी ने कहा, “मानव जीवन में हम 3 प्रकार की चीज़ों का अनुभव करते हैं- प्रकृति, विकृति और संस्कृति… हम विकृति को त्याग कर पर्यावरण की समृद्धि में अपनी समृद्धि की संस्कृति विकसित करेंगे तभी पर्यावरण की रक्षा हो पाएगी।” उन्होंने कहा, “जिस तरह हम जीवन में अपने हेल्थ कार्ड को महत्व देते हैं, उसी प्रकार हमें पर्यावरण के संदर्भ में भी सोचना शुरू करना होगा। हमें यह देखना होगा कि पृथ्वी के हेल्थ कार्ड में सकारात्मक बातें जोड़ने के लिए क्या किया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि ग्रीन क्रेडिट यही है। ग्रीन क्रेडिट की पूरी प्रक्रिया डिजिटल होगी चाहे वह रजिस्ट्रेशन हो, प्लांटेशन हो, वेरिफिकेशन हो या फिर ग्रीन क्रेडिट जारी करने की बात हो। हम आज एक ग्लोबल प्लेटफॉर्म लॉन्च कर रहे हैं। यह पोर्टल प्लांटेशन और पर्यावरण से संबंधित विचार और नवाचार को एकत्र करेगा।”
#WATCH | Dubai, UAE | At the high-level event on Green Credits Programme at COP28 World Climate Action Summit, PM Narendra Modi says, “The manner in which we give importance to our Health Card in life, we have to similarly start thinking in the context of environment. We will… pic.twitter.com/lbZ4S298bU
— ANI (@ANI) December 1, 2023
नई फिलॉसफी पर बल देना जरूरी
नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैंने हमेशा महसूस किया है कि कार्बन क्रेडिट का दायरा बहुत ही सीमित है। यह फिलॉसफी एक प्रकार से कमर्शियल तत्व से प्रभावित है। मैंने कार्बन क्रेडिट की व्यवस्था में सामाजिक जिम्मेदारी के भाव का अभाव देखा है। हमें संपूर्ण रूप से नई फिलॉसफी पर बल देना होगा।”
क्या है ग्रीन क्रेडिट पोर्टल का उद्देश्य
गौरतलब है कि इस मंच का उद्देश्य वैश्विक नीतियों, प्रथाओं और ग्रीन क्रेडिट की मांग को प्रभावित करना है। ग्रीन क्रेडिट पहल अक्टूबर में घरेलू स्तर पर लॉन्च किए गए ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम को प्रतिबिंबित करती है। यह व्यक्तियों, समुदायों और निजी क्षेत्र द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में स्वैच्छिक पर्यावरणीय कार्यों को पुरस्कृत करने वाला एक अग्रणी बाजार-आधारित तंत्र है।
यह प्राकृतिक पारिस्थितिकी प्रणालियों को पुनर्जीवित करने और पुनर्जीवित करने के लिए बंजर/अपघटित भूमि और नदी जलग्रहण क्षेत्रों पर वृक्षारोपण के लिए ग्रीन क्रेडिट जारी करने की कल्पना करता है। आज लॉन्च किया गया वेब प्लेटफ़ॉर्म उन नीतियों और सर्वोत्तम प्रथाओं के भंडार के रूप में काम करेगा जो पर्यावरण-अनुकूल कार्यों को प्रोत्साहित करते हैं। वैश्विक पहल का उद्देश्य ग्रीन क्रेडिट जैसे कार्यक्रमों और तंत्रों के माध्यम से पर्यावरण सकारात्मक कार्यों की योजना, कार्यान्वयन और निगरानी में ज्ञान, अनुभवों और सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान के माध्यम से वैश्विक सहयोग, सहयोग और साझेदारी को सुविधाजनक बनाना है।