नई दिल्ली: जहां एक तरफ हर दिन खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या (Hardeep Singh Nijjar Murder) और कनाडा द्वारा भारत के ऊपर आरोप लगाए जाने के बाद से विवाद बढ़ता ही दिख रहा है। वहीं अब कनाडा के बाद अब ब्रिटेन में भी खालिस्तानियों के आतंक का साया पहुंच गया है ।
दरअसल स्कॉटलैंड में कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने अब भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी को अचानक से घेर लिया और उन्हें स्थानीय गुरूद्वारे में जाने से रोक दिया। जानकारी के अनुसार दोरईस्वामी गुरुद्वारे समिति की एक बैठक में हिस्सा लेने जा रहे थे, इस बीच उन्हें वहां प्रवेश से रोका गया। भारतीय राजदूत गुरुद्वारे के दिए निमंत्रण पर ही वहां पहुंचे थे।इस मुद्दे को ब्रिटेन के विदेश कार्यालय और पुलिस के समक्ष भी उठाया गया है।
Indian High Commissioner to the UK, Vikram Doraiswami, was stopped by a few radicals from entering the Glasgow Gurdwara. Instead of getting into an argument, the Indian High Commissioner decided to leave. The issue has been raised with the UK foreign office and also the police:… pic.twitter.com/S82sfvVPmo
— ANI (@ANI) September 30, 2023
वहीं सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस घटना के वीडियो में भी साफ़ देखा जा सकता है कि, खालिस्तानी समर्थकों ने उच्चायुक्त को गाड़ी से उतरने ही नहीं दिया गया। वहीं दोरईस्वामी ने बताया कि वह जब गुरुद्वारे के बाहर पहुंचे तो उनके पास कुछ लोगों ने आकर कहा कि उनका यहां बिल्कुल भी स्वागत नही है। देखा जाए तो ब्रिटेन में यह कोई पहली घटना नहीं है जब खालिस्तानी समर्थकों द्वारा भारतीय समुदाय के लोगों के साथ इस तरह की अभद्रता की गई हो।
Security breach for sure. UK must step in.pic.twitter.com/AlMyb2DZaS
— Jatin Gupta (@jatingupta0003) September 30, 2023
गौरतलब है कि, कुछ दिनों पहले ही लंदन में खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय उच्चायोग की बिल्डिंग पर हमला किया था। इतना ही नहीं यहां खालिस्तानियों ने भारत का झंडा उतार कर खालिस्तान का झंडा फहराने की कोशिश की थी। वहीं इस घटना पर भारत सरकार ने तब कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।
पता हो कि, खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने भारत का हाथ होने के आरोप लगाए हैं। इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ही उल्टा ट्रूडो से सबूत मांगे हैं। दरअसल जयशंकर अपने अमेरिकी दौरे पर हैं जहां मीडिया से बातचीत के दौरान, उन्होंने साफ़ कहा कि, अगर कनाडा के पास कोई सबूत है तो वे जरुर हमें दिखाएं।