नई दिल्ली. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के ऑस्ट्रेलिया दौरे (Autralia Tour) का दूसरा दिन है। जानकारी दें कि, प्रधानमंत्री सोमवार शाम ऑस्ट्रेलिया पहुंचे थे। आज उन्होंने सिडनी के कुडोस बैंक एरिना स्टेडियम में भारतीयों को संबोधित किया है। दरअसल PM मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के तीसरे और अंतिम पड़ाव पर सोमवार को सिडनी पहुंचे। यहां मोदी ने जिन हस्तियों से मुलाकात की, उनमें नोबेल पुरस्कार विजेता ब्रायन पॉल श्मिट, ‘टॉयलेट वॉरियर’ मार्क बल्ला, कलाकार डेनियल मेट, रॉकस्टार गाइ सेबेस्टियन और सेलिब्रिटी शेफ एवं रेस्तरां मालिक सारा टॉड शामिल थीं।
गौरतलब है कि, आज अपने संबोधन में PM मोदी ने कहा कि इतनी विशाल संख्या में आप सभी उपस्थित हुए हैं। सभी को मेरा नमस्कार। मैं जब 2014 में आया था तो आपसे वादा किया था की आपको भारत के किसी प्रधानमंत्री का 28 साल तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। सिडनी में मैं फिर से हाजिर हूं। मैं अकेला नहीं आया हूं प्रधानमंत्री अल्बनीज भी मेरे साथ आए हैं। इसी साल मुझे प्रधानमंत्री जी का भारत की धरती पर अहमदाबाद में स्वागत करने का मौका मिला था।
#WATCH | At the community event in Sydney, Australia, Prime Minister Narendra Modi says, “When I came here in 2014, I made a promise to you that you will not have to wait for 28 years for an Indian Prime Minister. So, here I am in Sydney once again.” pic.twitter.com/S7SGr6MCw9
— ANI (@ANI) May 23, 2023
‘नमस्ते ऑस्ट्रेलिया’ के संबोधन से अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि एक समय था जब भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों की व्याख्या ‘ट्रिपल सी’ यानी कॉमनवेल्थ (राष्ट्रमंडल), क्रिकेट और करी से होती थी और उसके बाद कहा गया कि दोनों देशों के संबंध ‘थ्री डी’ पर आधारित है यानी डेमोक्रेसी (लोकतंत्र), डायस्पोरा (प्रवासी) और दोस्ती।
मोदी ने कहा कि कुछ लोगों ने यह भी कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंध ‘थ्री ई’ यानी एनर्जी (ऊर्जा), इकोनॉमी (अर्थव्यस्था) और एजुकेशन (शिक्षा) पर आधारित हैं। उन्होंने कहा, ‘‘कभी ‘सी’ कभी ‘डी’ और कभी ‘ई’। अलग-अलग कालखंड में यह बात संभवत: सही भी रही है, लेकिन भारत और ऑस्ट्रेलिया के ऐतिहासिक संबंधों का विस्तार इससे कहीं ज्यादा बड़ा है। परस्पर विश्वास और परस्पर सम्मान सिर्फ भारत-ऑस्ट्रेलिया के कूटनीतिक रिश्तों से विकसित नहीं हुआ है। इसकी असली वजह हैं ऑस्ट्रेलिया में रहने वाला हर एक भारतीय…इसकी असली वजह हैं ऑस्ट्रेलिया के नागरिक।”
मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच भौगोलिक दूरी जरूर है, लेकिन हिंद महासागर इन्हें आपस में जोड़ता है, जीवनशैली भले अलग-अलग हों पर अब योग भी इन्हें जोड़ता है। उन्होंने कहा कि क्रिकेट से तो दोनों देश ना जाने कब से जुड़े हुए हैं, लेकिन अब टेनिस और फिल्में भी इन्हें जोड़ रही हैं।
वहीं आज ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री अल्बनीज ने PM मोदी को बॉस कहा। उन्होंने कहा कि, “भारत और ऑस्ट्रेलिया के रिश्ते नई ऊंचाई पर हैं। आखिरी बार मैंने इस मंच पर ब्रूस स्प्रिंगस्टीन को देखा था, लेकिन उन्हें ऐसा स्वागत नहीं मिला था, जो प्रधानमंत्री मोदी को मिला है। आप बॉस हैं।”
देखा जाए तो करीब 9 साल बाद एक बार फिर सिडनी PM मोदी की मेजबानी कर रहा है। अलफॉन्स एरिना के बाद अब ओलंपिक पार्क का कुडोस बैंक एरिना मोदी के महाइवेंट का गवाह बन रहा है। यहां मोदी को देखने और सुनने वालों में इस कदर का क्रेज है कि करीब 20,000 हजार क्षमता वाला एरिना स्टेडियम यहां खचाखच भर चुका है। यहां अब पैर रखने की भी जगह नहीं बची है। दो दिन पहले ऑस्ट्रेलिया के पीएम अल्बनीज ने बताया था कि PM मोदी का इवेंट हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।