क्रिसमस के अगले दिन आखिर क्यों मनाया जाता है बॉक्सिंग डे? क्या है इसे सेलिब्रेट करने की वजह

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    नई दिल्ली: क्रिसमस (Christmas) का अगला दिन यानी आज 26 दिसंबर को बॉक्सिंग डे (Boxing Day) के रूप में मनाया जाता है। बॉक्सिंग डे को ऑफरिंग डे (Offering Day) भी कहा जाता है। हालांकि इस दिन का बॉक्सिंग से कोई संबंध नहीं है। बॉक्सिंग डे को ब्रिटिश कॉमनवेल्थ देश जैसे ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, कनाडा आदि में भी मनाया जाता है।

    क्या है बॉक्सिंग डे?

    26 दिसंबर को बॉक्सिंग डे को पारंपरिक रूप से बॉक्स को चर्च में इस दिन खोला जाता है। एक अन्य कारण के मुताबिक, नौकरों को क्रिसमस के दिन काम करने के एवज में 26 दिसंबर को उपहार दिए जाते हैं। इस दिन को सेंट स्टीवेंस के फीस्ट डे के रूप में भी मनाया जाता है। 26 दिसंबर के दिन दक्षिणी गोलार्ध में स्थित राष्ट्रमंडल देशों में खेलों की बहुत सी स्पर्धाएं आयोजित की जाती हैं।

    क्या है बॉक्सिंग डे मनाने की वजह? 

    इस बॉक्सिंग डे की शुरुआत कई साल पहले हुई थी। इसके पीछे कई थ्योरी हैं। ब्रिटेन में, इस दिन की शुरुआत सदियों पहले उपहार देने वाले दिन के रूप में हुई थी। दरअसल, क्रिसमस के दिन ज़्यादा व्यस्तता की वजह से व्यापारियों के पास ज़्यादा समय नहीं बच पता था, इसलिए वह क्रिसमस के अगले दिन अपने कर्मचारियों और अपनों को उपहार का बॉक्स दिया करते थे। 

    सेंट स्टीफंस डे भी कहा जाता है

    आयरलैंड में बॉक्सिंग डे को सेंट स्टीफंस डे भी कहा जाता है। दरअसल, क्राइस्ट के सूली पर चढ़ने के तुरंत बाद, सेंट स्टीफन को पत्थर मारकर मार डाला गया था। यह दिन उनके सम्मान में मनाया जाता है जो पहले ईसाई शहीद बने थे।

    इन देशों में मिलती है शॉपिंग के लिए छुट्टी

    जैसे-जैसे समय बीतता गया, वैसे-वैसे बॉक्सिंग डे को यूके, कनाडा, त्रिनिदाद, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड में खरीदारी या शॉपिंग की छुट्टी के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन लोगों को शॉपिंग के लिए छुट्टियां दी जाती है। बॉक्सिंग डे पर सेल्स या शॉपिंग आम बात है, इसी वजह से इस दिन दुकानों में सेल भी लगाए जाते हैं या डिस्काउंट प्राइस ऑफर किए जाते हैं।