मजीप्रा ने नए रास्तों की खुदाई, नागरिकों से असभ्य बर्ताव

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यवतमाल. यवतमाल की महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण अपनी मनमानी से चर्चा में है. जिससे नगरपरिषद यंत्रणा समेत नागरिक भी बरेशान हुए है. अमृत पानी आपुर्ति योजना के नाम पर नगर परिषद ने तैयार किए नए मजबूत रास्तों की खुदाई मजीप्रा के ठेकेदार खुदाई कर अच्छे रास्तों को खराब किया.  अरुणोदय सोसाइटी में रातोरात जीवन प्राधिकरण ने रास्ता खोद डाला. कोविड की वज हसे  प्रशासन ने किए नियमों को ताक पर रख  मास्क का इस्तेमाल न करते हुए नगर परिषद की अनुमति न लेते हुए रास्ता खोदने का काम मजीप्रा द्वारा किया गया. जनता द्वारा टैक्स के रूप में करोडों रूपए लेकर नगर परिषद रास्तों का नर्मिाण करती है, दुसरी ओर मजीप्रा इन रास्तों को खोदकर करोडों का नुकसान करती है.

यह खुदाई काम बंद करने की मांग करनेवाले नागरिकों से  मजीप्रा द्वारा असभ्य बर्ताव किए जाने की शिकायत है.  मजीप्रा के ठेकेदार द्वारा नागरिकों को धमकाने के भी मामले उजागर हो रहे है. कुछ माह पहले रेणुका मंगल कार्यालय डेहनकर ले आऊट से वंदे मातरम चौक भोसा मार्ग तक करोडों रूपए खर्च कर नगरपरिषद ने रास्ता नर्मिाण किया था. यह रास्ता बहुप्रतक्षिति था, स्थानिय नागरिकों की मांग पर यह रास्ता नर्मिाण किया गया. लेकिन रास्ता बनतेही  मजीप्रा ने इस रास्ते को जगज जगह गड्डे बनाए. पुरे रास्तों की जाली बनाई जा रही है. खुदाई के बाद रास्तों पर ही मट्टिी फैलाई जाती है. ठिक तरीके से यह गड्डे नही बुझाए गए. जिससे यह रास्ते आनेजाने वाहनों के लिए खतरनाक साबित हो सकते है.  कई वर्ष प्रतक्षिा करने के बाद, आंदोलन कर  नागरिकों के लिए नगर परिषद ने अरुणोदय सोसाइटी, डेहनकर लेआऊट  में यह रास्ता तयार किया. कुछ ही दिनों में मजीप्रा द्वारा यह रास्ता ध्वस्त किया जा रहा है. इस कामकाज के लिए नागरिकों में काफी  असंतोष है. 

नही ली नप की अनुमति
रास्ता खुदाई की  नागरिकों ने नगराध्यक्ष, मुख्याधिकारी, स्थानिय  नगरसेवक को जानकारी दी. यह काम रोकने के लिए सभी ने असमर्थता दर्शायी. मजीप्रा की यंत्रणा और ठेकेदार ने खुदाई काम के बारे में कोई जानकारी नही दी. साथही नप की अनुमति भी नही ली यह जानकारी नगर परिषद के  अभियंता विनय देशमुख द्वारा दी गई.