Full lockdown in Karnataka on five Sundays, pre-arranged marriages allowed

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कोरोना वायरस के संक्रमण का दौर देश और दुनिया के लिए सबसे अधिक पीड़ादायक साबित हो रहा हैं. इससे निजात पाने वैज्ञानिक अपने स्तर पर अनुसंधान में लगे हुए हैं. वहीं लॉकडाउन 4 तक आते-आते कोरोना से बचकर जिंदगी जीने की सभी को आदत होती देख चाचा ने भतीजे से कहा कि अब सभी को बिना वैक्सिन एहतियात बरतते हुए कामकाज को पटरी पर लाना होगा. धीरे-धीरे गांव से लेकर शहर तक सभी ओर कामकाज पटरी पर लाने का काम शुरू हो गया हैं. लॉकडाउन 4 में केंद्र सरकार ने जरूरी दिशानिर्देशों के साथ छूट देना शुरू कर दिया. अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक 1 की गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं.

अब सभी वर्ग को इसके जरिए राहत मिलेगी. भतीजे ने कहा कि अनलॉक 1 के तहत कंटेनमेंट जोन के बाहर वाले इलाकों में दूकानें, स्कूल, कालेज और उद्योग व अन्य कामकाज सुचारू होने में मदद मिल सकेगी. फिर भी सबकुछ दोबारा से पटरी पर लाने एकसाथ छूट नहीं दी जा सकती. इसमें समय लगेगा. कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं हैं. इसकी दहशत से बाहर निकलने का रास्ता निकाला जा रहा है. उस पर चलते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बहुत सारे नियमों का पालन करना भी जरूरी हो गया हैं. एकदूसरे की जिंदगी की सुरक्षा की परवाह करते हुए स्वयं की जिंदगी को भी सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी प्रत्येक नागरिक को निभानी होगी.

अनलॉक पार्ट 1 की गाइडलाइन्स से देश के सभी राज्यों के नागरिकों ने राहत महसूस की हैं. मगर इस पर अमल करते समय राज्य सरकार, कलेक्टर, आयुक्त आदि प्रमुख अधिकारियों की जिम्मेदारी बढ़ गई हैं. स्थानीय स्तर पर कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति पर अनलॉक 1 के दिशानिर्देशों को लागू किया जाना निर्भर हैं. भतीजे की बात पर चाचा ने कहा कि यह तो अच्छा हुआ कि लॉकडाउन को सख्ती से लागू रखने की बजाय अब अनलॉक की तैयारी शुरू हो गई हैं. 60 दिनों से ज्यादा वक्त बिना काम के घर के अंदर रहना कितना तकलीफदेह होता है, इसका अनुभव हर देशवासी को हो गया.

हर किसी को इससे निजात पाने का बेसब्री से इंतजार हैं. इंतजार के खत्म होते-होते अब घर से बाहर निकलकर समाज और देश के प्रति जिम्मेदारी निभाने का समय आ गया हैं. भतीजे ने समर्थन करते हुए कहा कि कोरोना की दहशत कम होती जा रही हैं. अब सभी में इससे निपटने का साहस आ गया हैं. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ घर, राज्य और देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में सभी को मिलजुलकर काम करना होगा.