यवतमाल. स्थानीय वसंतराव नाईक सरकारी वैद्यकिय महाविद्यालय व अस्पताल की ओर से 1 अक्तूबर को स्वैच्छिक रक्तदान जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. इस समय इच्छुक लोगों को रक्तदान करने का आवाह्न वैद्यकिय महाविद्यालय ने किया है. अभियान में पोस्टर प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता, स्लोगन स्पर्धा भी आयोजित की है.
कई गरीब मरीज हर दिन सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए आते हैं. इनमें गर्भवती महिलाएं, नवजात शिशु, सिकलसेल, थैलेसीमिया के रोगी, अनाथ, निराश्रित मरीज के साथ-साथ दुर्घटना के शिकार भी शामिल हैं. चूंकि यह जिले का एकमात्र सरकारी ब्लड बैंक है, इसलिए जरूरतमंदों को मुफ्त में आपातकालीन रक्त उपलब्ध कराया जाता है.
नागरिकों को स्वेच्छा से जरूरत के समय मरीजों को रक्त की आपूर्ति प्रदान करने के लिए अपनी सामाजिक और नैतिक जिम्मेदारी के हिस्से के रूप में रक्त दान करना चाहिए. राष्ट्रीय रक्तसंक्रमण परिषद इस वर्ष के नारे के अनुसार ‘चलो स्वैच्छिक रूप से रक्तदान करें, चलो कोरोना के खिलाफ लडाई में शामिल हों’ के तहत रक्तदान करने के लिए जागरुकता पैदा की जा रही है. जिले के सरकारी विभाग, स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाना चाहिए, ऐसा वसंतराव नाईक सरकारी वैद्यकिय अस्पताल के ब्लड बैंक प्रमुख ने सूचित किया है.