अमरावती. महानगरपालिका क्षेत्र में आम जनों को अधिकार का घर मिले. कच्चे-टूटे, फूटे घरों की जगह फ्लैट व घरकुल उपलब्ध कराने प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यों को गति देने के लिए विधायक सुलभा खोडके लगातार प्रयासरत है. समीक्षा के बाद निधि की आवश्यकता को देखते हुए पांच माह में ही विधायक सुलभा खोडके ने यह समस्या हल की. उनके प्रयास से 15.37 करोड़ का शासन का हिस्सा महानगरपालिका को प्राप्त हुआ है. जिससे फ्लैट व घरकुल के निर्माण कार्यों को गति मिलेंगी. लाभार्थियों को नए घरों में गृह प्रवेश की प्रतीक्षा समाप्त होने के दिन आ गए है.
6524 घरकुल प्रगति पर
प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत महानगर पालिका क्षेत्र में घटक क्रमांक 3 में निजी भागीदारी द्वारा 860 घरों के निर्माण को मान्यता प्रदान की गई है. घटक क्र-4 अंतर्गत आर्थिक दुर्बल घटक के लाभार्थियों द्वारा व्यक्तिगत स्वरुप में 6524 घरकुल बनाने केंद्र व राज्य सरकार ने मंजूरी दी है. दोनों प्रकल्पों की कीमत 378 करोड़ हैं. महानगर पालिका द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रभावी अमल किया जा रहा है. मनपा सीमा में भूखंड की चयन प्रक्रिया के बाद संबंधित भूखंडों पर 497 फ्लैट निर्माण प्रगति पर है.
निधि के अभाव में रूका था काम
घटक क्रमांक-4 में आर्थिक दुर्बल घटक के लाभार्थियों द्वारा व्यक्तिगत स्वरुप में 6524 घरकुल को जनवरी-2020 में मंजूरी मिली थी, लेकिन निधि प्राप्त नहीं होने से 1,155 लाभार्थियों के लिए 62.08 करोड़ की लागत से यह प्रकल्प शुरू नहीं किया जा सका था. इस बारे में कई लाभार्थियों ने विधायक सुलभा खोडके से गुहार लगाई. मनपा के साथ बैठक कर पीएम आवास योजना की समीक्षा की. जिसमें पता चला कि शासन के हिस्से की 20 करोड़ 15 लाख रुपए की निधि प्रलंबित है. जिससे 600 लाभार्थियों के घरकुल का निर्माण रूक गया था.
1 वर्ष से था फंड का इंतजार
शासन से 11 करोड़ 55 लाख रुपए का अनुदान मिलने के लिये 1 वर्ष से प्रतीक्षा किए जाने की जानकारी मनपा अधिकारियों ने विधायक को दी. जिससे उन्होंने शासन स्तर पर लगातार फालोअप लिया. केंद्र सरकार की सभी को मकान देने प्रधानमंत्री आवास योजना की कालावधि 2022 तक समाप्त हो रही है. यदि शासन से अनुदान मिलने में देर-सबेर हो गई तो सामान्य नागरिकों को भुर्दंड़ झेलना पड़ेंगा. यह आह्वान विधायक खोडके ने वित्तमंत्री अजीत पवार से किया. इस बारे में उन्हें पत्र भी सौंपा. जिससे मनपा को 15.37 करोड़ की निधि प्राप्त हुई है.