अतिक्रमण की ओर प्रशासन की अनदेखी, शहर का सरकारी अस्पताल भी अतिक्रमण के घेरे में

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    खामगांव. नगर पालिका प्रशासन तथा सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग व्दारा शहर के अतिक्रमण निर्मूलन मुहिम की ओर अनदेखी की जा रही  हैं. इसी तरह पुलिस प्रशासन व्दारा अतिक्रमण निर्मूलन के लिए उचित कदम एवं सहयोग नहीं किया जा रहा है. जिस कारण शहर के मुख्य रास्ते एवं व्यापारी संकुल को अतिक्रमण का घेराव होने का नजर आ रहा हैं.

    शहर के रास्ते खुले करने के लिए मुख्य रास्तों पर स्थित अतिक्रमण हटाने के आदेश जिलाधिकारी ने दिए हैं. लेकिन जिलाधिकारी के आदेश की ओर अनदेखी कर नगर पालिका प्रशासन एवं सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग व्दारा अतिक्रमण निर्मूलन की ओर लगातार अनदेखी की जा रही हैं.

    कोरोना काल में संचारबंदी के दौरान शहर के विविध रास्तों और अंतर्गत रास्तों पर अतिक्रमण फैला हुआ हैं. अतिक्रमण निर्मूलन के लिए नगर पालिका, सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग एवं पुलिस प्रशासन व्दारा विगत दो साल से किसी भी प्रकार खबरदारी नहीं ली गई है. जिस कारण शहर के विविध रास्तों पर अतिक्रमण बढ़ रहा हैं, नगर पालिका कार्यालय भी अतिक्रमण के घेरे में हैं.

    यहां है अतिक्रमण

    शहर के बढ़ते अतिक्रमण को नगर पालिका प्रशासन, सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग तथा पुलिस प्रशासन जिम्मेदार होने का नजर आ रहा हैं, कोरोना काल में सामान्य अस्पताल के दोनों ओर अतिक्रमण किया गया है इस तरह बसस्थानक पर पक्का अतिक्रमण बढ़ गया हैं. शेगांव मोड़ से बस स्थानक तक पक्का अतिक्रमण बढ़ गया हैं, इसी तरह बसस्थानक से टॉवर चौक, टॉवर चौक से जलंब मोड़, विकमसी चौक से तिलक पुतला परिसर तक अतिक्रमण हैं.

    यातायात पुलिस गायब

    बस स्थानक पर की भीड़ को ध्यान में रखते बस स्थानक पर यात्री गेट के समीप एक यातायात पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी, बस स्थानक के सामने ऑटो रास्ते पर खड़े रहते हैं. जिस कारण विवाद की घटनाएं भी हो जाती हैं, वहां यातायात पुलिस की डयूटी होना बहुत जरूरी हैं, लेकिन विगत कई दिनों से यहां यातायात पुलिस नजर नहीं आ रहा है. इसी तरह बस स्थानक चौकी के पुलिस का भी इस ओर ध्यान नहीं हैं.