नागपुर. तेज गर्मी और उमस के बाद बारिश ने जहां एक तरफ लोगों को राहत पहुंचाई है तो वहीं दूसरी ओर स्थानीय प्रशासन की लापरवाही ने लोगों को आफत में डाल दिया है. एक दिन पहले हुई लगातार 14 घंटे की बारिश ने नाली और चैंबर के गंदे पानी में लोगों को चलने पर मजबूर कर दिया. बारिश की पानी में डूबी ये सड़कें सिटी के मुख्य मार्गों की है.
सीताबर्डी चौक से लेकर गणेशपेठ, रेलवे स्टेशन तक सड़कों पर पानी जमा रहा. संतरा मार्केट, रेलवे स्टेशन, पोद्दारेश्वर, राम मंदिर रोड, नरेंद्र नगर अंडर ब्रिज, मनीषनगर ब्रिज समेत सिटी की मुख्य सड़कों पर पानी जमा रहा. बारिश के पानी की निकासी के लिए विभाग द्वारा समय रहते कोई व्यवस्था और इंतजाम नहीं किए गए. गंदे पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने की वजह से सड़कों पर तालाब-सा नजारा देखने मिला. इस दौरान दोपहिया वाहन और पैदल चलने वाले राहगीरों को खासी समस्याओं का सामना करना पड़ा. थोड़ी-सी बारिश में ही निचले इलाकों में रहने वालों के घरों में पानी तक घुस गया.
नहीं होती नालियों की सफाई
मुसीबत में फंसे लोगों का कहना है कि नालियों की सफाई समय पर नहीं होती है. बारिश से पहले प्रशासन ने नाली सफाई तक नहीं कराई. जिसके कारण बारिश का पानी घरों के अंदर तक आ गया. पानी पास होने के लिए बनाए गए चैंबर भी भर गए हैं जिससे बारिश का पानी सड़कों पर ही जमा रहता है. बारिश पूर्व किसी तरह की कोई तैयारी नहीं की गई है. अब इसका नतीजा पूरे बरसात आम आदमी और व्यापारियों को भुगतना होगा. सीताबर्डी पुलिस स्टेशन और मेट्रो स्टेशन के पास भी सड़कें पानी में डूबी रहीं. इसके अलावा संतरा मार्केट से मोतीबाग रोड पर भी यही स्थिति नजर आई.
ओवरब्रिज पर भी जमा हो रहा पानी
अक्सर देखा जाता है कि अंडर ब्रिज में पानी भरता है. लेकिन सिटी का एक ओवरब्रिज ऐसा भी है जहां ऊपर में ही पानी जमा हो जाता है. नागपुर रेलवे स्टेशन के ठीक सामने बने ओवरब्रिज का हाल बारिश में ऐसा ही हो जाता है. ब्रिज के ऊपर पानी निकासी के लिए बने नाली में मिट्टी जाम हो चुका है जिसके कारण पानी ब्रिज के ऊपर ही जमा रहा. यही हाल नरेंद्रनगर ओवरब्रिज और अंडरब्रिज का था. ओवरब्रिज का पानी हालांकि ढलान होने की वजह से हट गया. लेकिन नरेंद्रनगर अंडरब्रिज ने इस बारिश के बाद एक बार फिर लोगों की मुश्किलें बढ़ा दीं. वहीं इसके साथ ही सदर फ्लाईओवर पर भी यही हाल है. पानी निकासी की जगह में मिट्टी और घास निकल आए है जिससे पानी का जमाव हो रहा है.
अभी भी नहीं जाग रहा विभाग
गुरुवार को मध्यरात्रि से शुरू हुई बारिश ने लोगों के जीवन को काफी प्रभावित किया है. बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत पहुंचाई तो प्रशासनिक तैयारियों का चिट्ठा भी खोल दिया. प्रशासन को समय-समय पर आगाह किया जाता है कि बारिश में नाली और नालों की सफाई नहीं करने से ऐसी स्थिति निर्मित हो सकती है लेकिन इसके बाद भी किसी जिम्मेदार अफसरों का इस पर ध्यान नहीं है. आने वाले समय में बारिश और तेज और ज्यादा होगी. ऐसे में अगर यही स्थिति रही तो यह आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाएगा.
खुले चैंबर भी नहीं ढंक सके
बारिश के मौसम में जब सड़कों पर से पानी निकासी की सही व्यवस्था न हो. नालियों में कचरा भरा हो. पानी निकलने का कोई रास्ता न हो तो ये खुले चैंबर भी भर कर बाहर बहने लगते हैं. पैदल चलने वाले यात्रियों और वाहन चालकों को बारिश के समय में अगर खुले चैंबर का पता न हो तो ये उनके लिए मौत का कारण भी बन सकती है. शहर की प्रमुख सड़कों पर लंबे समय से खुले पड़े चैंबर और गड्ढे परेशानी का सबब बने हुए हैं. राहगीर इनमें गिरकर घायल हो रहे हैं लेकिन सरकारी एजेंसियों के जिम्मेदार अधिकारियों को इससे कोई सरोकार नहीं है. लापरवाही ऐसी कि लोगों की शिकायत पर भी इन्हें बंद करने की कार्रवाई तक नहीं होती.