मुंबई. जहाँ मुंबई (Mumbai) में बीते गुरुवार देर रात से झमाझम बारिश (Rain) हो रही है। वहीँ इसके चलते अब शहर के निचले इलाकों- वडाला, सायन और गांधी मार्केट की सड़कों पर कई जगह पानी का जमाव हो गया है। इस भारी बारिश के चलते बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने अब बसों के रूट में भी बदलाव किया है, तो हार्बर लाइन पर चलने वाली लोकल ट्रेन सर्विस भी इससे खासी प्रभावित हुई हैं। इस भयंकर बारिश से अब मुंबई एयरपोर्ट के रनवे पर भी बहुत पानी भर गया है। हालांकि अभी भी उड़ानों के प्रभावित होने की कोई जानकारी नहीं है। इसके साथ ही मुंबई के अलावा ठाणे और रायगढ़ के लिए भी मौसम विभाग ने अब बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
बारिश से लोकल ट्रेन सेवा प्रभावित:
मुंबई एवं इसके उपनगरों में कई जगहों पर शुक्रवार सुबह से भारी बारिश हुई जिसके कारण कई स्थानों में पटरियों पर जलजमाव होने से लोकल ट्रेन सेवा प्रभावित हुई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि मध्य रेलवे की मुख्य लाइन के साथ हार्बर लाइन पर भी उपनगरीय ट्रेनें अपने निर्धारित समय से 20 से 25 मिनट की देरी से चल रही हैं। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लोकल ट्रेन सेवा सिर्फ स्वास्थ्य एवं आवश्यक सेवा से जुड़े कर्मियों के लिए चल रही है।
#WATCH | Maharashtra: Dahisar area of Mumbai waterlogged following heavy rainfall in the city this morning. pic.twitter.com/OdA7YAa14l
— ANI (@ANI) July 16, 2021
फिलहाल आम यात्रियों को अभी लोकल ट्रेनों में सफर की अनुमति नहीं है। नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि शहर में शुक्रवार सुबह से ही बारिश हो रही है लेकिन इसके उपनगरों में अधिक बारिश की सूचना है। तीन घंटे के दौरान, सुबह सात बजे तक मुंबई में 36 मिमी बारिश हुई जबकि पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में क्रमश: 75 मिमी और 73 मिमी बारिश हुई।
Mumbai | Roads waterlogged in Gandhi Market area following incessant rainfall. pic.twitter.com/xp8hZDA6TJ
— ANI (@ANI) July 16, 2021
मध्य रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्वी मुंबई में कुर्ला स्टेशन के पास पटरियों पर जल-जमाव के कारण, मुख्य लाइन (छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और कुर्ला के बीच) और हार्बर लाइन (सीएसएमटी-वाशी-पनवेल) पर उपनगरीय ट्रेन सेवाएं सुबह से प्रभावित हैं। उन्होंने बताया कि कुर्ला-विद्याविहार के बीच धीमी लाइन ट्रेन यातायात को तीव्र गति की लाइन की ओर मोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि हार्बर लाइन पर लोकल निर्धारित समय से 20-25 मिनट देरी से चल रही हैं।
#WATCH | Mumbai: Daily commuters’ movement affected as railway track waterlogged in Sion following heavy rainfall.
Regional Meteorological Centre, Mumbai predicts “light to moderate rain in city & suburbs with possibility of heavy rainfall at isolated places” for next 24 hours pic.twitter.com/s6qq03tuIr
— ANI (@ANI) July 16, 2021
उन्होंने बताया, हालांकि ठाणे-वाशी ट्रांसहार्बर मार्ग पर ट्रेनें तय समय से चल रही हैं। मध्य रेलवे मुंबई महानगरीय क्षेत्र में चार अलग-अलग उपनगरीय कॉरिडोर पर उपनगरीय ट्रेन सेवाएं चलाता है। महामारी के प्रकोप से पहले यह 1,700 से अधिक उपनगरीय सेवाओं का संचालन करता था और रोजाना 40 लाख से अधिक यात्री इनमें सफर करते थे। बहरहाल, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शहर और उपनगरों में मध्यम से भारी वर्षा का और शुक्रवार को अलग-अलग स्थानों पर बहुत अधिक भारी वर्षा का पूर्वानुमान जताया था।
कहाँ कितनी बारिश-
मुंबई : एक हफ्ते में सामान्य से 77% ज्यादा बारिश :
बता दें कि मुंबई में बीते 1 जून से अब तक कुल 1291। 8 मिमी बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से करीब 48% ज्यादा है। वहीं बीते एक हफ्ते में ही मुंबई में लगभग 302 मि। मी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से इस बार 77% ज्यादा है। इसी तरह शहर में भारी बारिश को देखते हुए अब BMC ने लोगों से जलभराव वाले इलाकों में आवाजाही नहीं करने की भी अपील की है।
#WATCH | Maharashtra: Mumbai receives heavy rainfall this morning. Visuals from Chunabhatti railway station as the railway tracks begin getting waterlogged. pic.twitter.com/EJdpTYJ8QZ
— ANI (@ANI) July 16, 2021
हरियाणा: कई जिलों में लगातार 3 दिनों से बारिश :
अगर हम हरयाणा को देखें तो पानीपत, करनाल और सोनीपत समेत हरियाणा के कई जिलों में पिछले 3 दिनों से जोरदार और झमाझम बारिश हो रही है। बीते गुरुवार को राज्य में 24 घंटे के अंदर 14 मि। मी बारिश हुई। यह हर साल 15 जुलाई तक प्रदेश में होने वाली सामान्य (6। 7 मिमी) बारिश से करीब 109% ज्यादा है।
मध्य प्रदेश: विंड पैटर्न के चलते बारिश कमजोर:
इधर मध्यप्रदेश में भी मानसून को दस्तक दिए आज करीब 1 महीना होने को है, लेकिन पूरे राज्य में अभी भी एक एक जैसी बारिश नहीं हुई है। फिलहाल प्रदेश में बारिश की स्थिति ऐसी है कि अभी सिर्फ 8 जिलों में औसत से ज्यादा बारिश दर्ज की गयी है। वहीं इनमे 8 जिले तो ऐसे हैं, जहां का आंकड़ा फिलहाल 50% से भी कम दर्ज किया गया है।