Dengue
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    नागपुर. कोरोना के बाद शहर में डेंगू अब कहर बरपा रहा है. इनदिनों शहर के अस्पतालों में डेंगू और मलेरिया के मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. इसके चलते इस समय दवा दूकानों में डेंगू और मलेरिया दवाओं की डिमांड बढ़ी है. पिछले डेढ़ वर्ष से दवा दूकानों में हो रही विटामिन सी के साथ कोरोना की दवाओं की जबरदस्त मांग अब बिल्कुल ठंडी पड़ गई है. जुलाई और अगस्त में बारिश का मौसम शुरू होते ही हर वर्ष ही डेंगू और मलेरिया के मामले बढ़ते हैं, जिसके चलते इनकी दवाओं की मांग भी बढ़ती है. इसमें सबसे अधिक एंटी बायोटिक और कप सिरफ की मांग सबसे अधिक की जा रही है. 

    मई और जून में रही शांति

    दवा विक्रेता सतीश भोजवानी के अनुसार अप्रैल में माह में दवा दूकानों में जो भीड़ उमड़ी थी, वह कोरोना के शांत होने से मई और जून में पूरी तरह से ठंडी रही. इसके बाद अभी हर वर्ष की तरह बारिश के सीजन में आने वाली डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारी को लेकर अभी दवा दूकानों में फिर से भीड़ बढ़ी है. इस मौसम में सबसे अधिक मच्छरों से होने वाली बीमारियों से ग्रस्त और खांसी और जुकाम के मरीज बढ़ते हैं. इसके चलते दवाइयों का स्टॉक पहले से ही तैयार रखा जाता है. कुछ दवाओं को छोड़कर बाकी सभी दवाइयां पिछली दरों पर ही मिल रही हैं.

    प्लेटलेट्स की बढ़ी डिमांड

    जानकारी के अनुसार डेंगू मरीजों की बढ़ी संख्या के चलते प्लेटलेट्स की डिमांड भी बढ़ती जा रही है. ब्लड बैंकों में 15 से 20 यूनिट प्लेट्स का स्टॉक हर वक्त रखा जा रहा है. चिकित्सक 50 हजार से कम पर ही प्लेटलेट्स चढ़ा रहे हैं. आम तौर पर हेल्दी व्यक्ति के शरीर में डेढ़ से दो लाख प्लेटलेट्स होते हैं. अगर ये एक लाख से कम हो जाएं तो उसकी वजह डेंगू हो सकता है.