देहरादून/नैनीताल. उत्तराखंड (Uttrakhand) के विभिन्न हिस्सों, खासतौर से कुमाऊं क्षेत्र में मूसलाधार बारिश (Heavy Rains) होने से मंगलवार को 11 और लोगों की मौत हो गयी। बारिश के कारण कई मकान ढह गए और कई लोग मलबे में फंसे हुए हैं। कई भूस्खलनों के कारण नैनीताल तक जाने वाली तीन सड़कों के अवरुद्ध होने की वजह से इस लोकप्रिय पर्यटक स्थल का राज्य के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है।
Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami conducted aerial survey of areas affected due to heavy rainfall. He later reviewed the assessment of losses after reaching Rudraprayag.
Minister Dhan Singh Rawat and state’s DGP Ashok Kumar also accompanied him. pic.twitter.com/IAKWGs29Nd
— ANI (@ANI) October 19, 2021
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में पत्रकारों को बताया कि मंगलवार को बारिश से संबंधित घटनाओं में 11 लोगों की मौत हो गयी, जबकि बादल फटने और भूस्खलनों के बाद कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही उत्तराखंड में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या 16 हो गयी है। सोमवार को पांच लागों की मौत हुई थी। धामी ने आश्वस्त किया कि सेना के तीन हेलीकॉप्टर राज्य में चल रहे राहत एवं बचाव अभियानों में मदद करने के लिए जल्द पहुंचेंगे।
10 people from Kolkata who were stranded at Kalchanth on the Rudranath trek route have been rescued by the forest department personnel and brought to Gopeshwar: Amit Kanwar, Divisional Forest Officer, Kedarnath Forest Division, #Uttarakhand pic.twitter.com/5Lp44zogzY
— ANI (@ANI) October 19, 2021
विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए इनमें से दो हेलीकॉप्टरों को नैनीताल और एक को गढ़वाल क्षेत्र में भेजा जाएगा। बहरहाल, मुख्यमंत्री ने लोगों से न घबराने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने चारधाम यात्रियों से फिर अपील की कि वे जहां हैं, वहीं रुक जाएं और मौसम में सुधार होने से पहले अपनी यात्रा शुरू न करें। धामी ने कहा कि बारिश से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने माना कि लगातार बारिश से किसानों पर काफी असर पड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए उनसे फोन पर बात की और उन्हें हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया।
#WATCH: All gates of Nanak Sagar Dam in Uttarakhand’s Udham Singh Nagar opened following a rise in the water level due to heavy rainfall in the state. pic.twitter.com/A7GRZEXJD9
— ANI (@ANI) October 19, 2021
नैनीताल में मॉल रोड और नैनी झील के किनारे पर स्थित नैना देवी मंदिर में बाढ़ आ गयी है, जबकि भूस्खलनों के कारण एक हॉस्टल की इमारत को नुकसान पहुंचा है। नैनीताल से प्राप्त एक रिपोर्ट के अनुसार, जिला प्रशासन शहर में फंसे पर्यटकों की मदद के लिए पुरजोर प्रयास कर रहा है। शहर में आने वाले और बाहर जाने वाले वाहनों में सवार यात्रियों को आगाह करने के लिए पुलिस को तैनात किया गया है तथा यात्रियों से बारिश बंद होने तक ठहरने को कहा जा रहा है। भूस्खलनों से शहर से बाहर जाने का रास्ता अवरुद्ध हो गया है। रामनगर-रानीखेत मार्ग पर लेमन ट्री रिजॉर्ट में करीब 100 लोग फंस गए हैं और उफान पर बह रही कोसी नदी का पानी रिजॉर्ट में घुस रहा है।