अंबरनाथ. सर्व सामान्य आदमी खाकी वर्दी वालों से बचने की कोशिश करते है। लेकिन रेल सुरक्षा बल के एक जवान ने 22 साल के एक युवक रेल यात्री की जान अपनी सूझ बूझ से बचाई। वहीं खाकी वर्दी वाले इस आरपीएफ जवान मोहनदास (RPF Jawan Mohandas) के काम की प्रशंसा हो रही है।
जानकारी के अनुसार घटना शुक्रवार सुबह 11 बजे के समकक्ष की है। अंबरनाथ रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 3 में खड़े महेश गोपीनाथ सुर्वे के सीने में अचानक तेज दर्द उठा जिससे वह प्लेटफॉर्म पर ही बेहोश हो गया। ड्युटी पर तैनात आरपीएफ जवान मोहनदास की निगाह उस युवक पर गई। मोहनदास ने बिना समय गवांए उसके पास जाकर उसके सीने पर पुश करते हुए प्रथमोपचार किया। मोहनदास की कोशिश रंग लाई और जिससे उस यात्री को होश आ गया।बाद में उक्त यात्री को अन्य रेलवे स्टाफ की सहायता से रेलवे परिसर में बने वन रूपी क्लिनिक में ले गए, जहां उसे प्राथमिक उपचार दिया गया गया। बाद में वह युवक महेश सुर्वे अपनी जिम्मेदारी पर रिश्तेदार के साथ अपने घर के लिए रवाना हुआ।
बड़ा हादसा होने से टल गया
गौरतलब है की इसके पहले भी ऐसे कई हादसे घट चुके है, जहां आरपीएफ के जवानों ने यत्रियों की जान बचाई है। वहीं सोमवार सुबह कल्याण के प्लेटफार्म नंबर 4 पर आरपीएफ जवान एस.आर.खांडेकर की सतर्कता की वजह से एक 21 वर्षीय गर्भवती महिला की जान बच गई और बड़ा हादसा होने से टल गया। आरपीएफ थाना (RPF Police Station) कल्याण के सीनियर इंस्पेक्टर (Senior Inspector) भूपेंद्र सिंह (Bhupendra Singh) ने बताया कि वंदना (Vandana) नामक एक महिला यात्री को गोरखपुर जाना था। वह गलती से दूसरी ट्रेंन में बैठ गए हैं, जल्दबाजी में उतरते वक्त वंदना का पैर फिसल गया जिसके कारण वह ट्रेंन के नीचे गैप में चली गई।