निफाड. तहसील (Tehsil) के कस्बे सुकेणे (Sukene) की ग्राम पंचायत (Gram Panchayat) ने कड़ा फैसला लिया है कि जब तक कोरोना (Corona) का टीका नहीं लग जाता, उस व्यक्ती को गांव में घूमने नहीं दिया जाएगा। निफाड तहसील में कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या को देखते हुए टीकाकरण की आवश्यकता है। जिसके लिए कस्बे सुकेणे ग्राम पंचायत ने कड़ा फैसला लिया है।
कस्बे सुकेणे ग्राम पंचायत ने कड़ा फैसला लेते हुए स्पष्ट है किया कि टीकाकरण नहीं कराने वाले ग्रामीणों को गांव में घूमने नहीं दिया जाएगा और गांव के बाहर से आने वाले नागरिकों का टीकाकरण भी अनिवार्य होगा।
यहां ग्राम पंचायत ने परिवार के सभी सदस्यों का टीकाकरण जरुरी कर दिया है। पूरे परिवार का टीकाकारण करने पर पानी और मकान कर पर ब्याज और जुर्माने में छूट दिए जाने का निर्णय लिया गया है। कस्बे सुकेने ग्राम पंचायत ने यह भी निर्णय लिया है कि टीकाकरण न कराने वाले गांव के नागरिकों को गांव में घूमने नहीं दिया जाएगा और जिन परिवारों ने अपने परिवार के सभी सदस्यों को टीका लगाया है, उन्हें पानी के ब्याज और जुर्माने से छूट दी जाएगी। और संपत्ति कर में भी कटौती की जाएगी।
कोरोना को निर्वासित किया जा सकता है
गांव वासियों ने ग्राम पंचायत द्वारा लिए गए निर्णय का सकारात्मक प्रतिक्रिया दिया है, उनका कहना है की लोगों को टीका लगवाना चाहिए ताकि गांव में कोरोना की घटना न बढ़े। यदि महाराष्ट्र के सभी हिस्सों में टीकाकरण के संबंध में ग्राम पंचायत द्वारा एक ही निर्णय लिया जाता है, तो कोरोना की घटनाओं को कम किया जा सकता है और कोरोना को निर्वासित किया जा सकता है।