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    चांदुर रेलवे.  रबी सीजन शुरू हो गया है. गेंहू व चना के लिए किसान खेत तैयार करने में जुटे है, लेकिन सिंचाई विभाग द्वारा सिंचाई के लिए पानी छोड़ने का नियोजन दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है. कैनाल भी कचरे के ढेर से भरे पड़े है. स्थानीय कार्यालय के अधिकारी का तबादला हो गया है. उनकी जगह पर अब तक नये अधिकारी ने प्रभार नहीं संभाला है. जिससे सिंचाई विभाग का काम रामभरोसे होने से किसानों में जबरदस्त रोष देखा जा रहा है.  

    अधिकारी के ट्रान्सफर से बाधा 

    तहसील में रबी सीजन में सिंचाई का प्रबंध करने के लिए मालखेड़ तालाब, बसलापुर, भिवापुर, अमदोरी से जलापूर्ति की जाती है. इस वर्ष यह सभी तालाब ओवरफ्लो हुए. जिससे तालाब में पर्याप्त पानी होने से गेंहू, चना फसल के लिए सिंचाई का प्रबंध होने की आशाएं पल्लवित हुई हैं.  किसानों ने रबी के लिए खेत तैयार कर लिए है. आगामी 15 नवंबर से प्रकल्प का पानी किसानों को मिलना चाहिए. जिसमें थोड़ा बहुत बदलाव प्रति वर्ष होता है. 

    कैनाल व नालिया तक साफ नहीं 

    इस वर्ष सिंचाई विभाग की ओर से किसी तरह की कोई हलचल नजर नहीं आ रही है. कैनाल की सफाई तक नही की गई है. खेतों तक सिंचाई का पानी पहुंचाने में मददगार नालियां पूरी तरह से बुझ गई है. जबकि अच्छे उत्पादन के लिए 5 दिसंबर के पहले बुआई होना आवश्यक है. जिससे किसान खेतों में जुट गए है. लेकिन सिंचाई विभाग की घोर उदासीनता के कारण समय पर सिंचाई का पानी उपलब्ध नहीं होने पर किसानों को इस वर्ष भी नुकसान उठाना पड़ सकता है.   

    किसानों में रोष 

    सिंचाई विभाग के शाखा अभियंता अश्विनी देवरे का हाल ही में तबादला हो गया है. उनकी जगह पर नियुक्त नए अधिकारी ने अब तक चार्ज नहीं लिया है. जिससे कर्मचारी भी नियोजन नहीं कर पा रहे है. जल्द ही रबी की सिंचाई के लिए नियोजन नहीं होने पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों को किसानों के रोष का सामना करना पड़ सकता है.