पिंपरी: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह आगामी स्थानीय निकाय चुनाव अपने दम पर लड़ेंगी। पिंपरी-चिंचवड़ में कांग्रेस के पास फिलहाल कोई ताकत नहीं है, यानी निगम में कोई पार्षद नहीं है। फिर शहर में विधायक, सांसद, लेकिन इससे कोसों दूर। उसी पर से उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पिंपरी-चिंचवड़ में कांग्रेस की खिल्ली उड़ाई, साथ ही उन्होंने समन्वयक भूमिका निभाते हुए एक कदम आगे आई शिवसेना के साथ गठबंधन करने के स्पष्ट संकेत दिए।
अजीत पवार ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए अपने (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को कड़ी डांट पिलाई। उन्होंने पिंपरी-चिंचवड़ में पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों को डांटा, मैं यहां सभी की नस को जानता हूं। गलत कामों का पुरजोर विरोध करें, मैच न फिक्स करें, एक-दूसरे के पैरों में अड़ंगा न लगाएं, जो हुआ उसे भूलकर फिर से साथ मिलकर काम करना शुरू करें। उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि अपनी गलतियों के कारण 2017 के चुनाव में सत्ता खोने की नौबत आई। उसमें सुधार करें। ऐसा नहीं करने पर उन्हें फिर से कीमत चुकानी होगी।
कुछ लोगों को अभी भी लगता है कि वे सत्ता में ही हैं
पिंपले गुरव में आयोजित पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण शिविर के समापन के लिए पिंपरी-चिंचवड़ में अजीत पवार आये हुए थे। इस मौके पर ते विधान परिषद सदस्य शशिकांत शिंदे, पूर्व विधायक विलास लांडे-पाटील, शहराध्यक्ष संजोग वाघेरे पाटील, शहर कार्याध्यक्ष प्रशांत शितोले, विपक्ष के नेता राजू मिसाल, पूर्व विपक्षी नेता नाना काटे, वरिष्ठ नगरसेवक मंगला कदम, अजित गव्हाणे, मयूर कलाटे, पूर्व नगरसेवक राजेंद्र जगताप आदि उपस्थित थे। अपनी बात आगे बढ़ाते हुए अजीत पवार ने कहा कि हमारे कुछ लोगों को अभी भी लगता है कि वे सत्ता में ही हैं। विपक्ष में बैठने की नौबत आने की बात याद नहीं रही। सत्तादल के साथ दोस्ती कहाँ तक निभानी चाहिए, इसका आत्मचिंतन करना चाहिए क्योंकि उससे पार्टी के कार्यकर्ताओं को नुकसान पहुंचता है। सवाल था कि जब राज्य के मोर्चे और नगर निगम के चुनाव में तीन वार्ड होंगे तो टिकटों का बंटवारा कैसे होगा। हालांकि, कांग्रेस नेता पहले ही आत्मनिर्भरता की भाषा बोल चुके हैं और गठबंधन का मुद्दा सुलझा लिया गया है।
हमारा लक्ष्य महानगरपालिका में भाजपा को हराना है
अजीत पवार ने कहा कि इस बार उन्होंने होशपूर्वक स्वबल शब्द पर जोर दिया। कांग्रेस ने जो घोषणा की थी वह उन्हें सामने के कार्यकर्ताओं से कहलवाया। पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका में कांग्रेस का कोई पार्षद नहीं है तो शहर में विधायक, सांसद तो दूर की बात है। इस सूत्र को पकड़कर उन्होंने फिर कांग्रेस को एक और ताना मारा कि मुझे नहीं पता कि उनके पास यहां कितनी ताकत है। शिवसेना की समन्वयकारी भूमिका के कारण, अजीत पवार ने उनके साथ गठबंधन का संकेत दिया। शिवसेना के संपर्क नेता सचिन अहीर ने शिवसेना नेता संजय राउत की आत्मनिर्भरता की भाषा से एक कदम पीछे हटते हुए गुरुवार को पिंपरी में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन के लिए तत्परता दिखाई थी। अजीत पवार ने भी उन्हें यही जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हम दो कदम पीछे हटेंगे, हमारा लक्ष्य महानगरपालिका में भाजपा को हराना है। अहीर ने गुरुवार को अपने पहले पिंपरी दौरे के दौरान भी यही बयान दिया था। शिवसेना के साथ गठबंधन की बात करते हुए पवार ये बताना भी नहीं भूले कि सहयोगी दलों (शिवसेना) को यह देखते हुए सीटें मांगनी चाहिए कि उनके पास यहां कितनी ताकत है और एनसीपी के पास कितनी ताकत है।