नई दिल्ली/वाराणसी. एक बड़ी ही अच्छी खबर के अनुसार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर (Kashi Vishwanath Mandir) में ड्यूटी करने वाले अब सुन्दर और मजबूत जूट का जूता पहनकर ड्यूटी करेंगे। जी हाँ बढ़ती हुई ठंड को देखते हुए मंदिर परिसर में ड्यूटी करने वालों को बीते रविवार को जूतों का वितरण किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के निर्देश पर मंदिर में यह पहल की गई है।
Varanasi, UP | PM Narendra Modi sends 100 pairs of jute footwear for the workers at ‘Kashi Vishwanath Dham’ after finding out that most of them worked bare-footed because it is forbidden to wear leather or rubber footwear in the temple premises: GoI sources pic.twitter.com/BawTJQHYUP
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 10, 2022
जी हाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मियों और सफाईकर्मियों को यह खास तोहफा दिया है। अब ये सभी जूट का जूता पहनकर मंदिर में अपनी ड्यूटी कर सकेंगे। दरअसल मंदिर परिसर में चमड़े या रबर से निर्मित जूते-चप्पल के साथ प्रवेश प्रतिबंधित है, लिहाजा उन्हें नंगे पांव ही पूरी ड्यूटी करनी पड़ती थी। हालाँकि कुछ कर्मचारी खड़ाऊं पहनकर काम करते थे मगर इसे पहनना थोडा मुश्किल भी है। कर्मचारियों की इन्ही परेशानी को देखते हुए PM मोदी ने कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों के लिए यह एनवायरसमेंट फ्रेंडली जूट का जूता भिजवाया है।
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी को पता चला था कि ठंड में CRPF जवान, पुलिस, अर्चक, सेवादार और सफाईकर्मी नंगे पांव ड्यूटी करते हैं। बाद में PM मोदी के निर्देश के बाद दिल्ली से जूट के सौ जूते सभी कर्मचारियों के लिए भेजे गए। बीते रविवार को मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने मंदिर में कार्य कर रहे शास्त्री, पुजारी, सीआरपीएफ जवान, पुलिसकर्मी, सेवादार और सफाई कर्मियों को वितरित किया। मंडलायुक्त ने बताया कि अभी और भी जूट के जूते आएंगे और बाकी ड्यूटी करने वालों को भी वितरित किया जाएगा।
मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश अब प्रतिबंधित
पाठकों को यह भी बता दें कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर अब पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। इसके साथ ही बीते रविवार से मंदिर में थर्मल स्कैनिंग और हैंड सैनिटाइजेशन के बाद ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है।