Chhagan Bhujbali
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    लासलगांव : खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण राज्य मंत्री और नाशिक जिले के पालक मंत्री छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) के विशेष प्रयासों से सरकार को लासलगांव में 30 बिस्तर वाले ग्रामीण अस्पताल (Rural Hospital) को 50 बिस्तर का बनाने की मंजूरी मिल गई है। आने वाले कुछ ही दिनों में लासलगांव (Lasalgaon) का ग्रामीण अस्पताल 50 बिस्तर बनने के साथ ही उप जिला अस्पताल में तब्दील हो जाएगा। लासलगांव एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी (Onion Market) है। इसलिए लासलगांव एक बहुत बड़े बाजार के रूप में सामने आया है। यहां रहने वाले लोग उपचार के लिए लासलगांव आते हैं।

    लासलगांव में इलाज के लिए आने वाले मरीजों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए नाशिक जिले के पालक मंत्री छगन भुजबल ने लासलगांव के ग्रामीण अस्पताल में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास जारी रखे और पालक मंत्री के इन प्रयासों का प्रतिफल यह रहा कि वर्तमान में 30 बिस्तर वाले अस्पताल को 50 बिस्तर वाला करने की अनुमति मिल गई है और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले कुछ ही दिनों में लासलगांव का ग्रामीण अस्पताल 50 बिस्तरों वाला हो जाएगा और ग्रामीण अस्पताल की अपनी पहचान खोकर उप जिला अस्पताल की श्रेणी में आ जाएगा। 

    नाशिक जिले पालक मंत्री छगन भुजबल लासलगांव के ग्रामीण अस्पताल को उप-जिला अस्पताल में अपग्रेड बनाने क प्रयास में बड़ी ही शिद्दत से लगे थे। पालक मंत्री ने लासलगांव के ग्रामीण अस्पताल को उप-जिला अस्पताल के रुप में तब्दील करने की लगातार कोशिशें जारी रखी। इस अस्पताल को उप जिला अस्पताल बनाने के प्रस्ताव सरकारी अनुमोदन दिलाने के लिए अधिकारियों की ओर से भी लगातार समीक्षा की जा रही थी। राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार ने लासलगांव के ग्रामीण अस्पताल को उप जिला अस्पताल बनाने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और अब इस ग्रामीण अस्पताल को उप जिला अस्पताल में अपग्रेड करने का रास्ता साफ हो गया है।

    लासलगांव के ग्रामीण अस्पताल को 30 बिस्तर से 50 बिस्तर उप जिला अस्पताल में अपग्रेड करने के लिए 50 बिस्तर के उप जिला अस्पताल में तब्दील करने के लिए अस्पताल परिसर में पर्याप्त जगह उपलब्ध है, व्यवस्थित ढंग से भूमि का अधिग्रहण कर निर्माण एवं निर्माण पश्चात के संबंध में शीघ्र ही आदेश जारी किए जाएंगे। इस उप-जिला अस्पताल विभिन्न बीमारियों के लिए क्षेत्र में मरीजों के इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों भी उपलब्ध रहेंगे। अगले चरण में इस उप-जिला अस्पताल में सोनोग्राफी और अन्य उपकरण उपलब्ध कराएं जाएंगे और नागरिकों को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी।