नई दिल्ली: कहते हैं न कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। ऐसी ही एक कोशिश उत्तरी कश्मीर (Kashmir) में रहने वाला एक लड़का कर रहा है। उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा उप-जिले के नौगाम गांव में रहने वाला 14 साल का लड़का एक पैर के सहारे अपनी जिंदगी जी रहा है। इस लड़के का नाम परवेज अहमद (Parvez Ahmad) है।
परवेज (Parvez Ahmad) जब 6 साल का था, तब आग लगने की घटना में उसने अपना बायां( Left Leg) पैर खो दिया।तब से परवेज एक पैर के सहारे अपनी जिंदगी जी रहा है। परवेज अब नौवीं कक्षा में पढता हैं। वह डॉक्टर बनना चाहता है, इसलिए तमाम तकलीफों को किनारे रखकर एक पैर पर करीब 2 किमी चलकर स्कूल जाता हैं।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए परवेज ने अपने सपने पुरे करनी की इच्छा जाहिर की। परवेज ने कहा, ‘मेरे गांव की सड़के अच्छी नहीं हैं। अगर मुझे कृत्रिम अंग मिल जाए, तो मैं चल सकता हूं। मेरा जिंदगी में कुछ हासिल करना चाहता हूँ।
#WATCH| Specially-abled boy walks to school on one leg to pursue his dreams in J&K’s Handwara. He has to cover a distance of 2km while balancing on a one leg
Roads are not good. If I get an artificial limb,I can walk. I have a dream to achieve something in my life, Parvaiz said pic.twitter.com/yan7KC0Yd3
— ANI (@ANI) June 3, 2022
बता दें कि, परवेज के पिता मजदूर हैं। परवेज ने बताया कि, वह रोजाना स्कूल पहुंचने के लिए करीब दो किलोमीटर पैदल(एक पैर पर) चलता हैं। वह सुबह 9 बजे स्कूल के लिए निकलता हैं। चूंकि यह पहाड़ी इलाका है और सड़क बेहद जर्जर, इसलिए 2 किमी की दूरी तय करने में अक्सर 1 घंटा लग जाता है। परवेज ने बताया कि, स्कूल से लौटते समय एक पैर पर चलने में काफी कठिनाई होती है, लेकिन उन्हें डॉक्टर बनना है, इसलिए हार नहीं मानेंगे।