…तो क्या फिर होगी बिजली की किल्लत? कोयले की सप्लाई अक्टूबर में 5.5 प्रतिशत घटी

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    नई दिल्ली: बिजली उत्पादन इकाइयों (Power Generation Units) को कोयले की आपूर्ति में अक्टूबर के दौरान 5.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। कोयला मंत्रालय (Ministry of Coal) की तरफ से जारी मासिक आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर के महीने में बिजली उत्पादन इकाइयों को 5.64 करोड़ टन (56.4 Million Tonnes) कोयले की आपूर्ति की गई। 

    एक साल पहले के समान महीने में यह आपूर्ति 5.97 करोड़ टन थी। हालांकि चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों यानी अप्रैल-अक्टूबर के दौरान बिजली इकाइयों को की गई कोयला आपूर्ति 13.07 प्रतिशत बढ़कर 41.3 करोड़ टन हो गई। एक साल पहले की समान अवधि में 36.5 करोड़ टन की आपूर्ति की गई थी। 

    कोयला मंत्रालय ने कहा कि अक्टूबर में विभिन्न क्षेत्रों को कोयला आपूर्ति घटकर 6.70 करोड़ टन रह गई जबकि अक्टूबर 2021 में यह 7.02 करोड़ टन करोड़ टन थी। कंपनियों के निजी इस्तेमाल वाली बिजली इकाइयों को कोयले की आपूर्ति वाली 49.7 लाख टन से घटकर 35.4 लाख टन रह गई। 

    इस साल गर्मियों के दौरान देश के कई इलाकों में बिजली की किल्लत का सामना करना पड़ा था। इस कमी के लिए कोयला आधारित बिजली उत्पादन इकाइयों को कोयले की कम आपूर्ति को जिम्मेदार बताया गया था। हालांकि कोयला मंत्रालय ने उस बिजली संकट के लिए कोयले को छोड़कर अन्य स्रोतों से पैदा होने वाली बिजली के उत्पादन में कमी को जिम्मेदार बताया था।