Girish Bapat

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नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को सांसद गिरीश बापट के निधन पर शोक प्रकट किया और कहा कि वह जमीनी नेता थे जिन्होंने पुणे और महाराष्ट्र के विकास में योगदान दिया। बापट (72) पुणे से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सदस्य थे। वह पिछले करीब डेढ़ साल से बीमार चल रहे थे। उनका निधन बुधवार को पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल मे हो गया। उन्हें अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था और वह जीवन रक्षक प्रणाली पर थे।

मुर्मू ने ट्वीट किया, ‘‘पुणे से लोकसभा सदस्य गिरीश बापट के निधन का समाचार सुनकर दुखी हूं। वह जमीनी नेता थे जिन्होंने पुणे और महाराष्ट्र के विकास में योगदान दिया और जनता के कल्याण के लिए काम किया। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति शोक संवेदनाएं।” बापट कस्बा पेठ विधानसभा सीट से पांच बार विधायक चुने गए थे। वह 2019 में पुणे से सांसद बने थे। 

पीएम मोदी ने जताया शोक 

पीएम मोदी ने भी गिरीश बापट के निधन पर शोक जताया। उन्होंने मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘गिरीश बापट जी एक विनम्र और मेहनती नेता थे, जिन्होंने लगन से समाज की सेवा की। उन्होंने महाराष्ट्र के विकास के लिए बड़े पैमाने पर काम किया और विशेष रूप से पुणे के विकास को लेकर वह कटिबद्ध थे। उनका निधन दुखद है। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना।”

एक अन्य ट्वीट में मोदी ने कहा कि बापट ने महाराष्ट्र में भाजपा को खड़ा करने और उसे मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।उन्होंने कहा, ‘‘वह बहुत ही मिलनसार स्वभाव के एक ऐसे सांसद थे जिन्होंने लोक कल्याण के मुद्दों को उठाया। उन्होंने एक प्रभावी मंत्री और बाद में पुणे के सांसद के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके अच्छे काम लोगों को प्रेरित करते रहेंगे।” 

राज ठाकरे ने जताई संवेदनाएं 

मनसे  प्रमुख राज ठाकरे ने भी बापट के निधन पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- ‘पुणे लोकसभा क्षेत्र के सांसद, पूर्व मंत्री, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मेरे मित्र श्री. गिरीश बापट का निधन हो गया। राजनीतिक मतभेदों को व्यक्तिगत मित्रता के आड़े नहीं आने देना चाहिए, महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति को गिरीश बापट ने ध्यान से पालन किया था। उनके निधन की खबर बेहद दुखद है। उनकी आत्मा को शाश्वत शांति मिले। ओम शांति।

गौरतलब है कि, गिरीश बापट (72) पिछले कुछ महीनों से सांस संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे और उनका अस्पताल में डायलसिस भी किया जा रहा था। वहीं हाल में हुए कस्बा पेठ विधानसभा उपचुनाव में बापट नेजल कैनुला मशीन लगाए व्हीलचेयर पर बैठकर वोट देने मतदान केंद्र पहुंचे थे। बापट इस सीट से पांच बार विधायक चुने गए थे। वह 2019 में पुणे से सांसद भी बने थे।