पूर्व महापौर सुधाकर सोनावणे की मांग
नवी मुंबई. नवी मुंबई के पुर्व महापौर सुधाकर सोनावणे ने मनपा स्कूलों को जल्द शुरू करने एवं छात्रों को मिड डे मिल बांटने की मांग की है. मनपा आयुक्त को निवेदन देकर सोनावणे ने झोपड़पट्टी इलाकों के बच्चों का हवाला देते हुए कहा कि स्लम इलाकों के अधिकांश बच्चे इसलिए स्कूल आते हैं क्योंकि उन्हें मिड डे मील के जरिए एक समय का खाना मिलता है.
गरीब अभिभावकों को यह राहत मिलती है कि कम से कम उनके बच्चे पढ़ाई के साथ ही एक वक्त का भोजन पा जाते हैं.जाहिर है जीवन की जद्दोजहद में जुटे गरीब और सामान्य परिवार लॉकडाउन के कारण और भी मुसीबत में आ गए हैं. ऐसे में स्कूल चालू करने की तैयारियों के बीच छात्रों को सूखा राशन या मिड डे मिल बांटने की मांग की है. सुधाकर सोनावणे ने कहा कि स्लम इलाकों के नागरिकों की हालत खराब है.
कोविड 19 के खतरे के बीच यदि स्कूल चालू होते हैं तो वहां पढ़ने वाले अधिकांश बच्चे इन्हीं इलाकों से आते हैं. पूर्व मेयर ने कहा कि इनके लिए पर्याप्त इंतजाम होने चाहिए . सोनावणे ने आनलाईन एजुकेशन को त्रुटिपूर्ण बताते हुए कहा कि ऐसा झोपड़पट्टी इलाकों में कभी भी सफल नहीं हो सकता.इसलिए व्यवहारिक शिक्षण के लिए स्कूलों का चालू होना अति आवश्यवक है. रबाले आंबेडकर नगर में दो स्कूल हैं. जहां शिक्षकों, पालकों एंव प्रतिनिधियों की बैठक हुई जिसमें इन्हीं विषयों पर चर्चा हुई कि आखिर कैसे सामाजिक दूरी बनाकर स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई हो सके.