Deepak Kesarkar

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नवभारत न्यूज नेटवर्क
मुंबई:
राकां नेता शरद पवार शिवसेना से पुराना बैर निकाल रहे हैं। शिवसेना को खत्म करने का प्रयास पवार वर्षों से कर रहे हैं। ऐसा सनसनीखेज आरोप महाराष्ट्र की महायुति सरकार में मंत्री व शिवसेना शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने लगाया है। मुंबई में आयोजित महायुति की एक संयुक्त पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए केसरकर ने शिवसेना (उद्धव गुट) के कार्यकर्ताओं से भावनात्मक आह्वान किया।

शरद पवार ने बाल ठाकरे पर लगाए थे आरोप
केसरकर ने क्षेत्रीय दलों की फितरत बताते हुए कहा कि एक क्षेत्रीय दल तब तक शांत नहीं रहता जब तक वह अपने प्रतिद्वंद्वी या दूसरे क्षेत्रीय दल को खत्म नहीं कर ले। उसी मानसिकता के तहत शरद पवार ने मुलुंड में कामगार नेता दीना बामा पाटिल के यूनियन की एक मीटिंग के दौरान बालासाहेब ठाकरे पर व्यक्तिगत एवं आपत्तिजनक आरोप लगाए थे। जिसका बालासाहेब ने करारा जवाब दिया था। इसके बाद मनोहर जोशी की मध्यस्थता में शरद पवार व बालासाहेब के बीच एक दूसरे पर निजी हमला नहीं करने का समझौता हुआ था। बालासाहेब ने उस समझौते का पालन मरते दम तक किया, लेकिन पवार ने चार बार शिवसेना को तोड़ा। बालासाहेब को भावनात्मक चोट पहुंचाने वाले पवार को शिव सैनिक कैसे माफ करेंगे।

मोदी करते हैं बालासाहेब से प्यार
पवार से जुड़ा एक और राज फाश करते हुए केसरकर ने कहा कि 2014 में उद्धव ठाकरे की बार्गेनिंग पावर कम करने के लिए पवार ने बीजेपी को बिना शर्त समर्थन दिया था। बाद में 2017 में पवार की पार्टी और बीजेपी के बीच सरकार गठन पर चर्चा हुई। मंत्री पद को लेकर भी समझौता हो गया, लेकिन 2019 के लिए तैयार किया गया खाका जब पीएम नरेंद्र मोदी के पास पहुंचा, तो बालासाहेब के प्रति प्रेम भाव रखने वाले और सम्मान करने वाले पीएम मोदी ने कहा कि राकां को साथ लेने में मुझे कोई आपत्ति नहीं है, मगर सरकार में शिवसेना होनी चाहिए, लेकिन तब शरद पवार ने उद्धव और उनकी पार्टी शिवसेना के साथ सत्ता में शामिल होने को तैयार नहीं हुए. और अब पवार, शिवसैनिकों से वोट और समर्थन मांग रहे हैं।