Wardha APMC

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    अकोला. जिले में कोरोना की स्थिति को देखते हुए प्रशासन द्वारा लाकडाउन लगाया गया है, इसी तरह जिले की कृषि उपज बाजार समितियों को भी कुछ समय के लिए बंद रखने का निर्णय लिए जाने से किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. लेकिन अब खरीफ की बुआई का मौसम समीप होने से तथा किसानों को बुआई के लिए नगदी की कमी को पूरा करने की दृष्टि से तथा कुछ प्रमाण में कोरोना की स्थिति कम होने से कृषि उपज बाजार समितियों को 24 मई से खरीदी, बिक्री करने के लिए प्रशासन द्वारा सुबह 9 से उस दिन का कामकाज समाप्त होने तक अनुमति दी गयी है. जिससे किसानों को बड़ा दिलासा मिला है. 

    फिर शुरू हुआ कृषि बाजार 

    पहले दिन किसानों ने अपने खेत के माल का लाकडाउन सूचनाओं का पालन करते हुए बिक्री किए जाने की जानकारी मिली है. रबी का मौसम समाप्त हो चुका है. किसानों खरीफ और रबी मौसम मौसम की उपज अगले खरीफ मौसम की तैयारी करने के लिए रखते हैं. यह माल बेच कर ही किसान बुआई के लिए लगनेवाले बीज, खाद आदि की खरीदी करते हैं.

    ऐसे किसानों को प्रतिशत अधिक नहीं है इसके बावजूद लगभग 30 प्रश किसान पिछले फसल को बेच कर ही अगली बुआई का इंतजाम करते हैं. ऐसे किसानों के पास आज भी पिछले खरीफ मौसम का मूंग और उड़द को छोड़ कर अन्य माल उपलब्ध हैं. 

    15 दिनों से बंद थी बाजार समितियां

    लेकिन पिछले 15 दिनों से बाजार समितियां बंद होने से किसानों के खेत माल की बिक्री का प्रश्न निर्माण हुआ था. जिससे किसान चिंता में देखाई दे रहे थे. इसी तरह बाजार समितियां बंद रहने से अडतियों, बिचौलियों, व्यापारियों और बोझ ढोनेवाले कामगारों पर भी विपरित परिणाम हो रहा था. सभी व्यवहार ठप पड़े होने से सभी को आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ा है.