Banking loan waiver scheme Hundreds of farmers are deprived of benefits

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अकोला. लाईसेन्सधारी साहूकारी कर्जमाफी योजना के अंतर्गत जनवरी से मार्च तक के तीन माह में पात्र किसानों को लाभ दिया गया है. लेकिन फिर भी अब तक लगभग 700 किसानों को कर्जमाफी का लाभ नहीं मिला है. अब यह योजना जारी रहेगी या नहीं इस संदर्भ में किसान आशंकित है. सूत्रों के अनुसार लगभग 3 करोड़ रु. का सोना, चांदी लाईसेन्सधारी साहूकारों के पास गिरवी पड़ा है जिसके लिए किसान कर्जमुक्ति चाहते हैं. लेकिन कोरोना संकट के कारण लाकडाउन के समय में सभी कामकाज ठप्प हुआ था तथा यह योजना निधि के अभाव में रुक गयी है, यह जानकारी सहकार विभाग द्वारा बतायी जा रही है. फिर भी यह दावा भी किया जा रहा है कि इस कर्जमाफी योजना का लाभ किसानों को मिलेगा.

सन 2014 में तत्कालीन सरकार द्वारा विदर्भ और मराठवाड़ा के 19 जिलों के लिए लाईसेन्सधारी साहूकारी कर्जमाफी योजना शुरु की गयी थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की यह फ्लॅगशीप योजना थी जिसमें सहकारी क्षेत्र के बड़े अधिकारियों द्वारा साहूकारों के कार्यक्षेत्र की शर्त लगाए जाने से कई किसान इस योजना से बाहर हो गये थे. फिर भी साहूकारग्रस्त शेतकरी समिति ने न्यायालय की शरण ली. न्यायालय ने किसी भी कर्जदार किसान को इस योजना से वंचित न रखा जाय, यह निर्णय दिए जाने के बाद साहूकारों के कार्यक्षेत्र की शर्त निकाली गयी और किसानों को इस योजना का लाभ देने के आदेश न्यायालय द्वारा दिए गए थे. इस बीच इस योजना में अकोला जिले के 6 तहसीलों के 250 लाईसेन्सधारी साहूकारों ने किसानों का सोना, आभूषण गिरवी रखकर कर्ज वितरित किया.

पात्र लाभार्थी किसानों का चयन करने के लिए स्थापित की गयी तहसील व जिला स्तरीय समिति द्वारा जिले के 2,336 किसानों के कर्ज पर पात्रता की मुहर लगायी. किसानों का जो सोना, आभूषण गिरवी रखा गया था इसके बदले 6 करोड़ 5 लाख 84 हजार 910 रु. की मांग सरकार से की गयी थी. इस बीच जनवरी से मार्च 2020 तक यह योजना चलायी गयी. जिसमें 1,637 किसानों का साहूकारों के पास गिरवी रखा हुआ सोना, आभूषण उन्हें वापस लौटाया गया लेकिन आज भी 700 किसान लाभ मिलने की प्रतिक्षा में हैं. जिसके लिए सरकार से 1.75 करोड़ रु. निधि की मांग की जा रही है. इस योजना के अंतर्गत किसान पात्र ठहरे लेकिन उनका यह लाभ केवल अकोला और पातुर तहसील के किसानों को मिला. जबकि अकोट, मुर्तिजापुर, बालापुर तहसील के किसान लाइसेन्सधारी साहूकारी कर्जमाफी योजना की प्रतिक्षा में हैं. कर्जदार और पात्र किसानों की संख्या अकोला तहसील में भी अधिक है. 

सूत्रों के अनुसार अकोला जिले में तहसील के अनुसार जो किसान पात्र है उनमें अकोला तहसील के 2040, बालापुर 99, मुर्तिजापुर 72, अकोट 65 और पातुर तहसील के 60 किसान शामिल हैं. इन किसानो ने अकोला तहसील के 23, बालापुर 12, मुर्तिजापुर 20, अकोट 5 और पातुर तहसील के 4 साहूकारों की ओर सोना, आभूषण गिरवी रखे हुए हैं. किसानों द्वारा मांग की जा रही है कि सरकार उन्हें शीघ्र ही कर्जमुक्त करें व दिलासा दिलवाएं.