शिवसेना ने मनपा मुख्य द्वार, महापौर के कक्ष के सामने कीचड़, गंदगी डाली

    Loading

    • गंदगी के खिलाफ किया आंदोलन

    अकोला. शहर में मानसून की पहली बारिश होते ही शहर की स्थिति खराब हो गई. कई नाले, नालियों का पानी सड़कों पर आ गया और जगह जगह गंदगी बिखर गई. जिसका मुख्य कारण शहर में समुचित सफाई का अभाव और नाले, नालियों की ठीक तरह से सफाई न होना है. अकोला मनपा मानसून पूर्व सफाई के कामों में पूरी तरह से फेल हो गई हैं.

    ऐसा आरोप लगाते हुए आज शिवसेना द्वारा आंदोलन किया गया और इस आंदोलन के अंतर्गत शिवसेना के शहर प्रमुख तथा मनपा में शिवसेना के गट नेता राजेश मिश्रा के नेतृत्व में अकोला मनपा के मुख्य द्वार के सामने तथा महापौर के कक्ष के सामने गंदगी तथा कीचड़ डालकर मनपा की सत्ताधारी पार्टी का निषेध किया गया. इसी तरह सत्ताधारी हाय हाय के नारे भी लगाए गए. 

    बड़ी संख्या में शिवसैनिक उपस्थित थे

    सत्ताधारियों के खिलाफ शिवसेना ने जमकर निदर्शन किया. इस आंदोलन में राजेश मिश्रा के साथ साथ अतुल पवनीकर, तरुण बगेरे, संतोष अनासाने, नितिन मिश्रा, पार्षद मंगेश काले, राहुल कराले, देवश्री ठाकरे, मंजुषा शेलके, पार्षद गजानन चव्हाण, प्रमिला गीते, पार्षद अनीता मिश्रा, सपना नवले, पार्षद शशिकांत चोपड़े, शरद तुरकर, अभिषेक खरसाले, बबलू उके, सुनीता श्रीवास, रंजना हरणे, सुरेंद्र विसपुते, मुन्ना मिश्रा, किरण येवलणकर, योगेश गीते, रूपेश ढोरे, दीपक पांडे, संतोष रणपिसे, सागर कुकड़े, केदार खरे, प्रमोद धर्माडे, विलास शिंदे, राजू भिसे, गजानन बोराड़े, अश्विन नवले, सुनील दुर्गिया, राकेश मनवाणी, आशू तिवारी, गणेश बुंदेले, दशरथ मिश्रा, संजय अग्रवाल, रमेश गायकवाड़, शकील फुलारी, राजेश इंगले, अमित भिरड़ के साथ साथ अनेक शिवसैनिक उपस्थित थे. 

    मनपा की लापरवाही से गंदगी बढ़ीं -राजेश मिश्रा

    इस अवसर पर शिवसेना के महानगर प्रमुख पार्षद राजेश मिश्रा ने कहा कि अकोला मनपा की लापरवाही के कारण शहर में गंदगी चरम सीमा पर है. मनपा ने सत्ताधारी भाजपा का ध्यान शहर की मूलभूत समस्याओं को हल करने की ओर बिलकुल नहीं है. इसी कारण शहर की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है.

    मानसून पूर्व जो तैयारियां मनपा ने करनी चाहिए थी नहीं की हैं. इसीलिए पहली ही बारिश में नाले, नालियों का पानी सड़कों पर जमा हो रहा है. सड़कों पर से ही बारिश के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. जिसके लिए अकोला मनपा की सत्ताधारी पार्टी पूरी तरह से जिम्मेदार है. यह आरोप भी पार्षद राजेश मिश्रा ने लगाया है.