Smooth power supply in MIDC areas, meeting between Masia officials and Mahavitaran officials

    Loading

    औरंगाबाद. शहर सहित आस-पास के एमआईडीसी (MIDC) क्षेत्रों के बिजली आपूर्ति से संबंधित समस्याओं पर चर्चा कर  उन्हें हल करने मराठवाडा एसोसिएशन ऑफ स्मॉल स्केल स्केल इंडस्ट्रीज एंड एग्रीकल्चर (Marathwada Association of Small Scale Industries and Agriculture) (मसिआ) (MASIA) के चिकलथाना में स्थित महावितरण के अधिकारियों के साथ मसिआ पदाधिकारियों ने एक बैठक की। बैठक में मसिआ अध्यक्ष (Masia President) नारायण पवार (Narayan Pawar),  महावितरण के मुख्य अभियंता (Chief Engineer) भुजंग खंदारे (Bhujang Khandare), अधीक्षक अभियंता बीएस निर्मल, संजय आकोडे, कार्यकारी अभियंता प्रेमसिंह राजपूत, निधि गौतम प्रमुख रुप से उपस्थित थे।

    बैठक में मसिआ पदाधिकारियों ने वालूज एमआईडीसी में स्वतंत्र सब स्टेशन स्थापित करना, उस क्षेत्र में बिजली आपूर्ति एमआईडीसी फिडर से करना, मासिक बिल में बिजली शुल्क  न वसूलना,  वालूज एमआईडीसी में महावितरण के पर्याप्त कर्मचारियों की तैनाती करना, शेन्द्रा एमआईडीसी में सब स्टेशन जल्द शुरु करना, वालूज एमआईडीसी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति के  मरम्मत कार्य का दिन तय करना,  सभी  औद्योगिक क्षेत्र के वर्तमान ट्रान्सफार्मर की क्षमता जांचना,  बिजली की बढ़ती मांग और नए कनेक्शन के प्रावधानों  को जानकार संबंधित ट्रान्सफार्मर की क्षमता बढ़ाना,  एनईसी स्कीम में नए कनेक्शन देना, शेन्द्रा औद्योगिक क्षेत्र में बार-बार बिजली आपूर्ति खंडित होने के अलावा वोल्टेज की  समस्या की हल करना,  चिकलथाना एमआईडीसी में महावितरण के कार्यरत कर्मचारियों को आस-पास गांवों में जाना पड़ता, उस काम के लिए अन्य कर्मचारियों की व्यवस्था करने की मांग करने के साथ विविध अड़चणों से महावितरण के आला अधिकारियों को अवगत कराया।

    इन मांगों और अड़चणों पर महावितरण के मुख्य अभियंता भुजंग खंदारे ने बताया कि गट  नंबर के लिए करोडी सब स्टेशन को हर्सूल से बिजली आपूूर्ति होती है, उसके बजाए महानगर से करोडी के लिए लाईन का प्रस्ताव मंजूरी के लिए भेजा है,  तब तक बिजली आपूर्ति खंडित होने का प्रमाण कम करने के लिए महावितरण द्वारा विशेष  प्रयास किए जाएंगे। बिजली बिल में वसूले जानेवाला  बिजली शुल्क यह पॉलिसी संबंधित विषय है, उसको लेकर मुख्यालय में पत्रव्यवहार करना होगा। खंदारे ने बताया कि वालूज एमआईडीसी में बिजली कर्मचारियों की संख्या पर्याप्त है, वर्तमान में कर्मचारियों के तबादलों की नीति आना बाकी है,  वह आने पर शेन्द्रा एमआईडीसी में कर्मचारियों के तबादले किए जाएंगे। बैठक में एमआईडीसी क्षेत्रों में आनेवाली बिजली की विविध समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में अतिरिक्त कार्यकारी अधिकारी चन्द्रकांत मोहाडीकर, पीपी तोडकर, सुनील शिंदे, मसिआ के किरण जगताप, गजानन देशमुख, चेतन राउत, विकास पाटिल, सुदीप अडतीया, अभिषेक मोदानी, सुरेश खिल्लारे, भगवान राउत, प्रल्हाद गायकवाड, सचिन देशमुख, मनीष अग्रवाल, दुष्यंत आठवले, कुंदन रेडडी, श्रीराम शिंदे आदि उपस्थित थे।