CBSE Schools

  • अफवाहों के खिलाफ हुए एकजुट
  • सीबीएसई शाला प्रबंधकों ने की शिकायत

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भंडारा. कोरोना वायरस के परिपेक्ष में उत्पन्न स्थिति में बच्चों को शिक्षित करना एक बड़ी चुनौती है. ऑनलाइन एजुकेशन के माध्यम से सीबीएसई स्कूल है. बच्चों तक शिक्षा पहुंचा रही है. सीबीएसई बोर्ड के निर्देशों के अनुसार बच्चों की शैक्षणिक प्रगति का मूल्यांकन करने असेसमेंट भी लिए जा रहे हैं. पालकों के साथ में ऑनलाइन मीटिंग की जा रही है, किंतु कुछ मौका परस्त लोगों की ओर से पालकों को भ्रमित कर सीबीएसई शालाओं के खिलाफ प्रचार को रोकने प्रशासन से दखल देने की मांग सीबीएसई शाला प्रबंधकों ने की है.

मुजबी में स्थित महर्षि विद्या मंदिर में जिले की सीबीएसई शालाओं के प्रतिनिधि एक मंच पर आए व संवाददातों से चर्चा की. मंच पर सेंट पीटर स्कूल प्रबंधक फादर जयप्रकाश, फादर एंजल स्कूल तुमसर शाला के प्राचार्य फादर एंथनी, महर्षि विद्या मंदिर प्राचार्य श्रुति ओहले, सनफ्लैग स्कूल के प्राचार्य अजय चौबे, रायल पब्लिक स्कूल भंडारा के संचालक मधु सैमुअल, फादर सेंट जान स्कूल संचालक फादर फ्रांसिस आदि ने संबोधित किया.

पालकों की सुविधाओं का रखा गया ध्यान
शालाओं के प्रतिनिधियों ने बताया कि इस समय शाला द्वारा दी जा रही ऑनलाइन शिक्षा के संबंध में सीबीएसई बोर्ड द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं, स्कूल फीस वसूलने के संबंध में बताया गया कि सुप्रीम कोर्ट एवं हाईकोर्ट ने स्कूल फीस के बारे में जो निर्देश दिए गए हैं. उसी के तहत कार्रवाई कर रहे हैं. एनसीईआरटी सीबीएसई ने कहीं पर भी मना ही नहीं की गई है, बल्कि अभिभावकों की सहमति व उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की गई है.

श्रृति ओहोले ने कहा कि सीबीएसई शालाओं पर आरोप लगाया जाता है कि उनके स्कूल में कार्यालय शिक्षकों को मान्यता नहीं है. क्योंकि यह सभी शाला सरकारी अनुदान पर नहीं चलती सभी निजी संस्थान हैं. संस्थाएं अपने तौर पर पात्रता पूर्ण कर रहे शिक्षकों की भर्ती करते हैं. जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना संभव होता है.

रायल पब्लिक स्कूल के मधु ने बताया कि भले स्कूल इस समय शुरू नहीं है, लेकिन ऑनलाइन शिक्षण के माध्यम से स्कूलों का खर्च कई ज्यादा बढ़ गया है. इसमें डिजिटल व्यवस्था निर्माण करने पर भारी खर्च करना पड़ा है. 45 मिनट के एक पीरियड के लिए शिक्षकों को 3 से 4 घंटे की मेहनत करनी पड़ रही है.

कुछ लोग खड़ी कर रहे है बाधा
सनफ्लैग स्कूल वरठी के प्राचार्य अजय चौबे ने कहा कि शालाओं में पढ़ रहे हैं बच्चों के पालकों के समर्थन एवं सहयोग की वजह से ही ऑनलाइन शिक्षा संभव हो सकी है. किंतु कुछ लोग ऐसे हैं, जो दबाव पूर्ण नीति अपनाते हुए शिक्षा प्रदान करने के कार्य में बाधा उत्पन्न ना कर रहे हैं.

सेंट पीटर स्कूल प्रबंधक फादर जयप्रकाश ने प्रशासन से आग्रह किया कि वे सीबीएसई शालाओं की समस्याओं का समाधान करें. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने में आ रही सभी बाधाओं को दूर करें.