एक नज़र में पढ़ें अंतरिम बजट 2024 की महत्वपूर्ण बातें
- अंतरिम बजट में इनकम टैक्स के स्लैब में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है।
- रेलवे से लेकर अन्य सेक्टर में प्रोजेक्ट को लेकर सरकार ने अपना विजन पेश किया है। 3 नए रेल कॉरिडोर बनाए जाएंगे। साथ ही 40 हजार सामान्य रेल कोच वंदे भारत जैसे कोच में बदले जाएंगे।
- स्टार्टअप के लिए टैक्स छूट एक साल के लिए बढ़ा दी गई है।
- लखपति दीदी योजना को भी विस्तारित किया जाएगा। लगभग 1 करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बनीं, ऐसे में अब सरकार ने 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है।
- राज्यों को ब्याज मुक्त कर्ज योजना जारी रहेगी। इंफ्रास्ट्रक्चर पर 11 फीसदी ज्यादा खर्च किया जाएगा।
- रक्षा खर्च 11.1% बढ़ाया गया है। यह GDP का 3.4% होगा। साथ ही डिफेंस के लिए 6.2 लाख करोड़ का बजट रखा गया है।
- राजकोषीय घाटा 5.1% रहने का अनुमान है। 44.90 करोड़ रुपए का खर्च है और 30 लाख करोड़ का रेवेन्यू आने का अनुमान है।
- आशा बहनों को भी आयुष्मान योजना का लाभ दिया जाएगा। तिलहन के अनुसंधान को बढ़ावा दिया जाएगा। हर महीने 300 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी। 2014-23 के दौरान 596 अरब डॉलर विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) आया।
- ब्लू इकोनॉमी 2.0 के तहत नई योजना शुरू की जाएगी। इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जाएगा। 50 साल के लिए 1 लाख करोड़ के ब्याज मुक्त लोन दिया जाएगा। लक्षद्वीप के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देंगे।
- सर्वाइकल कैंसर के वैक्सीनेशन पर फोकस किया जाएगा। मातृ और शिशु देखरेख की योजनाओं को भी बढ़ावा मिलेगा। 9-14 साल की लड़कियों के टीकाकरण पर सरकार ध्यान क्रेंद्रित करेगी।
- सरकार मध्यम वर्ग के लिए आवास योजना लाएगी। अगले 5 साल में 2 करोड़ घर बनाए जाएंगे। पीएम आवास के तहत 3 करोड़ घर बनाए गए हैं।
- मत्स्य संपदा योजना से 55 लाख को नया रोजगार मिला। 5 इंटीग्रेटेड एक्वापार्क स्थापित किए जाएंगे। 390 यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है। जीएसटी से वन मार्केट, वन टैक्स किया गया है। भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर के जरिए एक परिवर्तनकारी पहल की गई है।
- 78 लाख स्ट्रीट वेंडर को मदद दी गई है। 4 करोड़ किसानों को पीएम फसल बीमा योजना का लाभ दिया जा रहा है। पीएम किसान योजना से 11.8 करोड़ लोगों को आर्थिक मदद मिली है। मनरेगा के लिए 60 हजार करोड़ से 86 हजार करोड़ का बजट किया गया है।
- स्किल इंडिया मिशन में 1.4 करोड़ युवाओं को ट्रेंड किया गया है। 3000 नए आईटीआई बनाए गए हैं। 25 करोड़ लोगों की गरीबी दूर की गई है। पीएम मुद्रा योजना के तहत 22.5 लाख करोड़ मूल्य के 43 करोड़ लोन मंजूर किए गए हैं।
- महिला उद्यमियों को 30 करोड़ मुद्रा योजना ऋण दिए गए। 11.8 करोड़ किसानों को वित्तीय सहायता दी गई। गरीब कल्याण योजना में 34 लाख करोड़ रूपए खातों में भेजे गए हैं।
चिंता की बात, यह 18 लाख करोड़ रुपये का बजट घाटा है- कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी
अंतरिम बजट 2024 पर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, "यह एक 'वोट-ऑन-अकाउंट' है जिसका एकमात्र उद्देश्य सरकार को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए वित्तीय स्थिति में बनाए रखना है। चिंता की बात यह है कि 18 लाख करोड़ रुपये का बजट घाटा है। इसका मतलब है कि सरकार अपने खर्च के लिए उधार ले रही है। अगले साल यह संख्या और बढ़ने वाली है।"
On interim Budget 2024, Congress MP Manish Tewari says, "It is a 'vote-on-account' which has only one purpose to keep the government solvent for the first quarter of the current fiscal year. What's worrying is that
there is a budget deficit of Rs 18 lakh crores. This means that… pic.twitter.com/X9Q6JRcS4w— ANI (@ANI) February 1, 2024
'जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान'
वित्त मंत्री ने कारोबार और रोजी रोजगार में नई तकनीक के इस्तेमाल पर चर्चा की है। उन्होंने आज के बजट में लाल बहादुर शास्त्री के 'जय जवान जय किसान' के नारे का उल्लेख किया है और कहा कि इस नारे में अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जय जवान, जय किसान के साथ 'जय विज्ञान' का नारा दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे एक और विस्तार दिया है और कहा है कि 'जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान'। प्रौद्योगिकी क्षेत्र में दिलचस्पी रखने वालों लोगों के लिए आज का दौर में एक स्वर्णिम दौर है। एक लाख करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त या कम ब्याज दर पर लोन वितरित किया जाएगा। इससे इस क्षेत्र में दीर्घकालिक वित्तीय मदद दी जाएगी। इससे निजी क्षेत्र को काफी मदद मिलेगी।
कोई नई लोक लुभावनी योजना नहीं
वित्त मंत्री ने कहा कि अबकी बार अंतरिम बजट में कोई नयी लोक लुभावनी योजना नहीं दी जा रही है। सरकार चुनाव के पहले किसी भी तरह की लोक लुभावन घोषणाएं न करने का फैसला किया है। चुनावी साल में सरकार ने किसी भी तरह की घोषणा करने से परहेज किया है। हमने अंतरिम बजट की परंपरा को जारी रखने की कोशिश की है।
10 साल में इनकम टैक्स कलेक्शन में तीन गुना बढ़त, 30 लाख करोड़ का रेवेन्यू आने का अनुमान
वित्त मंत्री ने कहा कि राजकोषीय घाटा 5.1 फ़ीसदी रहने का अनुमान है। 44.90 लाख करोड रुपए का खर्च और 30 लाख करोड़ का रेवेन्यू आने का भी अनुमान लगाया जा रहा है। 10 साल में इनकम टैक्स कलेक्शन तीन गुना बढ़ गया है। टैक्स रेट में भी कटौती की गई है। 7 लाख तक की आय वालों को कोई कर नहीं देना होगा। 2025-26 तक घाटे को और काम करने की कोशिश की जाएगी।
लोकसभा ने पारित किया वित्त बिल 2024, सदन 2 फरवरी तक स्थगित
Lok Sabha passes Finance Bill 2024
House adjourned to meet again at 1100 hours on 2nd February https://t.co/IMfsZ145U9— ANI (@ANI) February 1, 2024
पर्यटन विकास केंद्रों पर दिया गया जोर
वित्त मंत्री ने कहा कि पर्यटन केंद्रों के विकास पर जोर दिया जाएगा। पर्यटन सेक्टर में हर तरह के कार्य किया जा रहे हैं। राज्यों को ब्याज मुक्त कर्ज भी दिया जा रहा है। टीयर 2 और टीयर 3 शहरों को हवाई मार्ग से जोड़ने की तैयारी है। इसके अलावा पर्यटन के क्षेत्र में विदेशी निवेश को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
आयकर दाताओं को कोई राहत नहीं, पुरानी दर बरकरार
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में इनकम टैक्स के स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है। पुराने प्रस्ताव को जारी रखने का ऐलान करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि फिलहाल इस बजट में ना तो किसी प्रकार की रियायत दी जा रही है और ना ही कोई चीज बढ़ाई जा रही है। इसका मतलब साफ है कि आयकर दाताओं को फिलहाल कोई राहत नहीं मिलने वाली है। इस बार आयकर स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है।बढ़ाई जाएंगी रेल सुविधाएं, वंदे भारत में बदले जाएंगे 40 हजार कोच
देश में रेल सुविधाएं बढ़ायी जाएंगी। यात्री ट्रेनों के परिचालन में सुधार करते हुए ट्रेनों में सुविधाओं को विस्तारित किया जाएगा। देश में 40 हजार नॉर्मल रेल कोचों को वंदे भारत में बदला जाएगा।
दुगना होगा मत्स्य उत्पादन
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को बढ़ाए जाने की तैयारी की जा रही है। मत्स्य उत्पादन दुगना हो गया है। प्रधानमंत्री ने इसके लिए विशेष प्रयास किए हैं और आने वाले दिनों में इसका फर्क देखने को मिलेगा।
नई दिल्ली: देश के आर्थिक मामलों पर बड़ी खबर के अनुसार आज यानी 1 फरवरी गुरूवार को, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) 2024-25 के लिए अपना बजट पेश करेंगी। पता हो कि ये अंतरिम बजट (Intrim Budget) है, क्योंकि आगामी अप्रैल-मई में आम चुनाव होने हैं। नई सरकार के सत्ता में आने के बाद पूर्ण बजट फिर आगामी जुलाई में पेश होने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि अंतरिम बजट से वर्तमान सरकार को नई सरकार के आने और पूर्ण बजट पेश होने तक, देश को चलाने के लिए जरुरी पैसा मिलता है। हालांकि आज के इस बजट में कोई बड़ी घोषणाएं होने की उम्मीद न के बराबर है। खुद वित्त मंत्री सीतारमण पहले ही इसे लेकर अपने संकेत दे चुकी हैं।
दरअसल अयोध्या में राम मंदिर के उद्धाटन के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहले ही संकेत दे चुकी हैं कि ये बजट युवा, महिला, गरीब और किसान पर फोकस होगा। ऐसे में अबकी बार इस बजट में मोदी सरकार की ओर से महिलाओं के लिए मध्यप्रदेश की तर्ज पर ‘लाडली बहना’ जैसी कोई खास स्कीम, किसानों के लिए PM किसान की राशि में बढ़ोतरी, गरीबों के लिए सोशल वेलफेयर स्कीमों का दायरा बढ़ाने और युवाओं के लिए बेहतर रोजगार के अवसर पैदा करने पर फोकस हो सकता है।
बता दें कि मोदी सरकार ने 2027 तक देश को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है जिसके लिए सरकार मैन्यूफैक्चरिंग से लेकर स्टार्टअप तक इकोनॉमी को मजबूत करने की नीति आज निर्मला पेश कर सकती है। मिडिल क्लास को सरकार नई टैक्स रिजीम में थोड़ी और राहत देने की भी आज घोषणा हो सकती है।