Nirmala Sitharaman
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

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    नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) मंगलवार को अपना चौथा आम बजट (Budget 2022) पेश करेंगी। आर्थिक सलाहकारों के मुताबिक भारत की विकास दर 7% से 7.5% रहने की उम्मीद है। सरकार का मुख्य ध्यान अर्थव्यवस्था को COVID-19 महामारी मंदी से बाहर निकालने की योजना पर होगा। 

    अनुमान है कि वित्त मंत्री राजकोषीय सूझबूझ और वृद्धि को समर्थन के बीच संतुलन बैठाने का प्रयास करेंगी। माना जा रहा है कि अगले वित्त वर्ष का आम बजट निवेश और रोजगार सृजन के लिए खर्च बढ़ाने पर केंद्रित होगा। एक अप्रैल, 2022 से शुरू हो रहे वित्त वर्ष के लिए आम बजट में अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर जोर होगा और इसके लिए बुनियादी ढांचे पर खर्च बढ़ाया जा सकता है। आर्थिक समीक्षा ने बजट के लिए मंच तैयार कर दिया है।

    सरकार के पास वित्त वर्ष 2022-23 में 8-8.5 प्रतिशत की अच्छी वृद्धि दर से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था का समर्थन करने के लिए राजकोषीय गुंजाइश है। मार्च में खत्म होने जा रहे वित्त वर्ष में, एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में 9.2 फीसदी की दर से विस्तार होने का अनुमान है। इससे पहले पिछले वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

    उम्मीद है कि सीतारमण वृद्धि को समर्थन देने के साथ-साथ वित्तीय रूप से सावधान रहते हुए वृद्धि के एजेंडा को बढ़ावा देंगी और इसके लिए अधिक पूंजीगत व्यय की राह अपनाएंगी। इससे निवेश चक्र और रोजगार में तेजी आएगी। इसके साथ ही वित्त मंत्री वित्तीय संरक्षणवादी रुख अपनाएंगी।

    आधारभूत ढांचा क्षेत्र में सड़क, रेलवे और जल के लिए अधिक आवंटन हो सकता है। छोटे व्यवसायों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के उपाय भी बजट का हिस्सा हो सकते हैं। इस तरह की उम्मीदें की जा रही हैं कि आयकर में छूट की सीमा 2.5 लाख रुपये से बढ़ाई जा सकती है। (एजेंसी इनपुट के साथ)