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मुंबई: भारत में अब ऑनलाइन लेनदेन के लिए UPI का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। कुछ भी खरीदने के लिए कैश या कोई कार्ड ले जाने की जरूरत नहीं है। यदि केवल मोबाइल आपके पास है, तो आपका काम हो जायेगा। आप जितनी चाहें उतनी खरीदारी कर सकते हैं। नोटबंदी के बाद लोग UPI पेमेंट के इतने आदी हो गए हैं कि लोग अब अपने पास नकदी नहीं रखते हैं। मोबाइल युग में बहुत कुछ बदल रहा है। खरीदारी छोटी हो या बड़ी, लोग अब ऑनलाइन पेमेंट करना पसंद करते हैं। लेकिन खबर है कि UPI पेमेंट महंगा हो जाएगा। क्योंकि अब 2,000 रुपये से ऊपर के ट्रांजैक्शन पर 1.1% चार्ज लगेगा।

आपने बैंक खाता लिंक कर लिया है तो आपके लिए कुछ भी नहीं बदला

यूपीआई पेमेंट का मतलब है कि अगर आप गूगल पे, फोन पे और पेटीएम जैसे डिजिटल चैनल्स के जरिए 2 हजार रुपये से ज्यादा का पैसा ट्रांसफर करते हैं तो आपसे चार्ज लिया जाएगा। लेकिन यह थोड़ा भ्रमित करने वाला है। क्योंकि अगर आपने बैंक खाता लिंक कर लिया है तो आपके लिए कुछ भी नहीं बदला है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने अपने सर्कुलर में सुझाव दिया है कि 2000 रुपये से अधिक के पेमेंट पर आपसे 1.1% शुल्क लिया जाएगा। UPI के माध्यम से व्यापारी लेनदेन पर प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPI) शुल्क लग सकते हैं। एनपीसीआई के सर्कुलर के मुताबिक 2000 रुपये से ज्यादा के यूपीआई ट्रांजैक्शन पर 1.1% चार्ज देना होगा। इस खबर के बाद लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठने लगे। सवाल यह है कि क्या इस फैसले के बाद यूपीआई यूजर्स के लिए महंगा हो जाएगा? क्या यह शुल्क सभी प्रकार के ऑनलाइन पेमेंट्स पर लगाया जाएगा?

 

टेंशन लेने की जरूरत नहीं 

NPCI द्वारा जारी सर्कुलर के मुताबिक, यह शुल्क व्यापारी यूपीआई लेनदेन पर लगाया जाएगा। यानी बैंकों और प्रीपेड वॉलेट के बीच पीयर टू पीयर (पी2पी) और पीयर टू मर्चेंट (पी2एम) लेनदेन पर शुल्क लागू नहीं होगा। तो आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। आप बिना किसी परेशानी और चिंता के यूपीआई का उपयोग कर सकते हैं। आपको कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा। सीधे शब्दों में कहें तो यूपीआई पेमेंट पूरी तरह से मुफ्त हैं। आपके लिए कुछ भी नहीं बदला है। यूपीआई बैंक ट्रांसफर में कोई बदलाव नहीं है।

शुल्क किसे देना है?

नया ऑफर केवल वॉलेट/पीपीआई के लिए है। यानी वॉलेज के जरिए अगर आप 2 हजार से ज्यादा का लेनदेन करते हैं तो आपको इंटरचेंज फीस देनी पड़ सकती है। यानी अगर आप वॉलेट, क्रेडिट कार्ड जैसे प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (पीपीआई) के जरिए यूपीआई पेमेंट करते हैं तो आपको इंटरचेंज फीस देनी होगी। यह शुल्क आपके द्वारा मर्चेंट को किए गए कुल पेमेंट का 1.1% होगा। वो भी तब जब ट्रांजैक्शन 2000 रुपये से ज्यादा का हो। वही डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के लिए जाता है। बैंक टू बैंक ट्रांजैक्शन अभी भी पूरी तरह फ्री है। इंटरचेंज चार्ज लगने से आम आदमी की जेब पर कोई असर नहीं पड़ेगा।